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भिण्डः गौशाला के घटिया निर्माण पर कांग्रेस कार्यकर्ता ने की शिकायत, जांच समिति गठित

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Nov 22, 2019

राघवेंद्र सिंह - भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के अमायन थाना क्षेत्र के गहेली गांव में गौशाला निर्माण में हो रही धांधली का खुलासा करने पर कांग्रेस कार्यकर्ता पर हमले का मामला सामने आया है। कांग्रेस कार्यकर्ता प्रवेंद्र ने गांव में बन रही गौशाला के घटिया निर्माण को लेकर शिकायत की थी, जिसको लेकर जांच समिति भी गठित कर दी गई। जांच समिति जब गौशाला की जांच करने के लिए पहुंची तो प्रवेंद्र मौके पर पहुंच गये। जिस पर ग्राम पंचायत सरपंच एवं सरपंच के गुंडों ने प्रवेंद्र के साथ मारपीट शुरू कर दी। जिसको लेकर प्रवेंद्र अमायन थाना पहुंचे। शिकायत करने पर प्रवेंद्र को पुलिस से कोई सहायता नहीं मिली और कुछ देर बाद प्रवेंद्र के साथ मारपीट करने वाले लोग भी थाने पहुंच गए और अपने रिकॉर्ड को फाड़ डाला। उल्टा प्रवेन्द्र पर आरोप लगाने लगे, जिसको लेकर कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया ने भिण्ड पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात की। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कहा कि जांच करने गई टीम के पास क्यों पहुंचा था प्रवेंद्र।

सरपंच और सरपंच के सहयोगियों ने कांग्रेस कार्यकर्ता से से की मारपीट

कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया ट्वीट कर इस मामले को मुख्यमंत्री कमलनाथ के संज्ञान में लाये। देवाशीष ने ट्वीट कर लिखा 'कमलनाथ जी, आपने गौ माता की रक्षा के लिए पूरे प्रदेश में गौशाला निर्माण चालू करवाया है। जिससे किसानों और कार्यकर्ताओं में जोश है, लेकिन मेहगांव विधानसभा के गहेली में गौशाला निर्माण में हो रही धांधली को जब कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रवेंद्र चौहान ने बताया तो उस पर हमला करके बेरहमी से पीटा गया। इतना ही नहीं जांच करने वाली कमेटी को भी भगा दिया गया। इतने पर भी न तो जिला प्रशासन भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्यवाही कर रहा है, न ही प्रवेंद्र के साथ मारपीट करने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज कर रहा है। थाना प्रभारी तो उल्टा मुकदमा कायम करने की धमकी दे रहे हैं।'  

शिवराज बोले यह तो होना ही था

वहीं उनके इस ट्वीट पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हमला बोलते हुए कहा है कि कौन कितना अधिक भ्रष्टाचार में डूबे, कांग्रेस में इसकी होड़ लगी है, यह तो होना ही था। देवाशीष के इस ट्वीट पर पूर्व सीएम शिवराज ने लिखा 'जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का। कौन  कितने अधिक भ्रष्टाचार में डूबे, इसकी होड़ कांग्रेस सरकार के नेता-मंत्रियों में लगी हुई है। चारों तरफ धांधलियाँ धड़ल्ले से जारी हैं। प्रदेश भी 11 माह में अपराधियों का गढ़ बन गया है। वे खुलकर खेल रहे हैं, तो यह तो होना ही था।