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चित्रकूटः डकैत बबली कोल का आतंक, किया एक किसान को अगवा

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Sep 9, 2019

रामनरेश श्रीवास्तव - दो राज्यों की पुलिस पिछले सात सालों से जिस डकैत को पकड़ने जंगलों में आये दिन खाक छानती है, वो डकैत बबली कोल गांवों से लोगों को अगवा कर फिरौती वसूल रहा। एक पखवाड़े पूर्व डकैत बबली कोल ने मानिकपुर से खोवा ब्यापारी को अगवा कर फिरौती वसूली थी और अब सतना जिले के धारकुंडी थाना क्ष्रेत्र से अवधेश समदड़िया नाम के किसान का अपहरण कर पुलिस को खुली चुनौती दी है। डकैत बबली ने किसान के छोड़ने के एवज में पचास लाख रुपये की फिरौती मांगी है। डकैत बबली पर उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश सरकार ने सात लाख का इनाम घोषित कर रखा है।

किसान के बेटे को फोन कर किया पचास लाख की फिरौती की मांग

चित्रकूट के धारकुंडी थाना इलाके के हरसेड गांव से शनिवार की रात सात लाख का इनामी डकैत बबली कोल ने ललित मोहन उर्फ अवधेश समदड़िया नाम के पचपन वर्षीय किसान का अपहरण कर लिया। डकैत ने किसान के घर काम करने वाले मजदूर लल्लू कोल को पहले घर से अगवा किया और बंदूक के बटों से जमकर मारपीट की। मजदूर को ढाल बनाकर पांच की संख्या में पहुंचे डकैतों ने घर की चार दीवारी लांघी और मजदूर को किसान को घर के अंदर से गेट खुलवाने को मजबूर किया। जैसे ही किसान घर का दरवाजा खोला उन्हें अगवा कर लिए। डकैत किसान का मोबाइल फोन भी ले गए। घटना के दो घंटे बाद सुबह पाँच बजे डकैत बबली कोल ने किसान के बेटे को फोन किया और पचास लाख की फिरौती की मांग की है। अपहरण की इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है। पीड़ित परिवार की माने तो अब तो गांव से पलायन करना ही उचित होगा। पीड़ित किसान के परिजन का पुलिस से भरोसा ही उठ चुका है।

किसान की खोज में पुलिस की छह टीमें जंगलों में उतारी गई

घटना की सूचना पर हालांकि पुलिस सक्रिय हुई है। आईजी रीवा रेंज चंचल शेखर, डीआईजी अविनाश शर्मा, सतना एसपी रियाज इकबाल सहित पुलिस के आला अधिकारी थारकुंडी थाना में कैम्प कर रहे। पुलिस की छह टीमें जंगलों में उतारी गई हैं जो सर्चिंग कर रही हैं। आईजी की माने तो सतना पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस के संपर्क में है। दोनों राज्यों की पुलिस जंगलों में उतरी है। जल्द ही किसान को रिहा करा लिया जाएगा, मगर भौगोलिक बनावट की वजह से पुलिस को दिक्कतें आ रही।

पिछले आठ साल से तराई में खौफ फैलाये हुये है डकैत बबली कोल

बहरहाल किसान ललित मोहन उर्फ अवधेश का अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। किसान के परिजन परेशान हैं और अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। वहीं पुलिस भी डकैतों की तलाश में हाथ पैर मार रही है। डकैत बबली कोल पिछले आठ साल से तराई में खौफ फैलाये हुए हैं। जिसे दो राज्यों की पुलिस तलाश रही है। कई बार पुलिस और बबली कोल गैंग का आमना सामना भी हुआ, मगर बबली कोल दो राज्यों की पुलिस पर भारी पड़ा है। उत्तर प्रदेश पुलिस के चार जवानों को अब तक मुठभेड़ में मार भी चुका। ऐसे में पुलिस सीधे मुकाबला करने में अब कतराने लगी है।