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सिवनीः छपारा थाने में पुलिस कस्टडी में हत्या के संदेही व्यक्ति की मौत

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Jul 20, 2019

राजेन्द्र तरवरे- सिवनी के छपारा थाने में पुलिस कस्टडी में हत्या के एक संदेही व्यक्ति की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि मृतक सुरेश सनोडिया को अपनी ही बेटी प्रियंका सनोडिया की हत्या के संदेह में हिरासत में लिया गया था। 1 जुलाई को छपारा थाना क्षेत्र के जूनापानी सापापार गाँव में गला दबाकर अपनी ही बेटी की हत्या की थी। जिसकी विवेचना के दौरान बीती देर शाम पूछताछ करने के लिए छपारा पुलिस ने मृतक सुरेश सनोडिया को हिरासत में लिया था और आज सुबह जिला अस्पताल में मृतक का शव होने की सूचना उसके परिजनों को दी गयी।

परिजनों ने पुलिस कस्टडी में मृतक की पिटाई किये जाने के आरोप

मृतक के परिजनों ने छपारा पुलिस पर कस्टडी के दौरान मृतक के साथ मारपीट किये जाने का आरोप लगाते हुए जिला अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। बाद में पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और इस पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए जाने के बाद हंगामा शांत हुआ। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले में मृतक द्वारा कस्टडी से भागकर छपारा थाने की बिल्डिंग से कूदने और घायल होकर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने की बात कह कर पल्ला झाड़ने की कोशिश करती नज़र आ रही है। जबकि मृतक के बेटे का कहना है कि मेरे पापा के साथ छपारा पुलिस ने बहुत ज्यादा मारपीट की और उन्हें अस्पताल में भर्ती कर दिया, जहां उनकी मौत हो गयी। 1 जुलाई को मेरी बहन प्रियंका की हत्या कर दी गयी थी, जिसके शक में पुलिस ने मेरे पापा को कल शाम हिरासत में लिया था। पुलिस मेरे पापा को हत्या के मामले में फ़साना चाह रही थी, जिसके चलते पुलिस मेरे परिवार को भी लगातार परेशान कर रही थी।

सिवनी एसपी कुमार प्रतीक ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

उधर, सिवनी के एसपी कुमार प्रतीक का कहना है कि एक महिला जिसका नाम प्रियंका सनोडिया था, उसकी हत्या उसके ही घर में 1 जुलाई को कर दी गयी थी। उस मामले में उसका जो पिता था, जो अभी मृतक है, वो हमारा प्राइम सस्पेक्ट था। जिसके बारे में पता किया जा रहा था, जो काफी दिनों से फरार चल रहा था। कल शाम उसे हिरासत लिया गया और छपारा थाने के ऊपर कमरे में उससे पूछताछ की जा रही थी। इसी बीच बिजली कट गई, जिसका फायदा उठाकर मृतक भागा और छपारा थाने की बिल्डिंग से कूद गया। कूदने की वजह से वो गंभीर रूप घायल हो गया, जिसे जिला अस्पताल लाया गया। जहाँ दुर्भाग्यवश इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। इस पूरे मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।