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सौसरः विवादित महिला चिकित्सक का रेफर अभियान, मप्र के सरकारी सिस्टम पर एक और तमाचा

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Oct 16, 2019

दिनेश धारपुरे - एक और मध्य प्रदेश सरकार जच्चा बच्चा को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे, वहीं सौसर का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आये दिनों किसी न किसी वजह से विवादित सुर्खिया बटोरने में पीछे नहीं रहता। सौसर तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सौसर डिलेवरी पेशेंट जान हथेली पर लेकर यहाँ आते हैं। हमेशा की तरह विवादों में घिरी रहने वाली महिला चिकित्सक की ड्यूटी यहाँ लगी थी। पहले तो पेशेंट को यहाँ भर्ती कर लिया जाता है। फिर बिना किसी कारण के आनन-फानन में रेफर कर दिया जाता है। कल भी ऐसा ही हुआ, जब सौसर नगर की एक महिला को डिलेवरी के लिए भर्ती किया गया। जहाँ नर्सो ने महिला की डिलिवरी करवा दी।

परिजनों के गम्भीर आरोप, महिला चिकित्सक ने फिर की बत्तमीजी की सारी हदें पार

परिजनों का आरोप है कि कुछ देर बाद डॉक्टर ने चेक किया तो महिला पेशेंट की ब्लिडिंग बन्द नहीं हो रही थी। तब बिना किसी कारण बताए महिला पेशेंट को रेफर करने की बात चिकित्सक ने कही। जब परिजनों ने कारण पूछा तो महिला चिकित्सक भड़क गई। परिजनों का आरोप है कि महिला चिकित्सक व उसका पति परिजनों को मारने के लिए दौड़े। इस पेशेंट के अलावा और 2 महिला पेशेंट को डिलेवरी के लिए भर्ती किया गया, उन पेशेंट को भी महिला चिकित्सक ने रेफर के लिए ही कहा। महिला चिकित्सक व परिजनों के तीखी बहस के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जहाँ परिजन चिकित्सक के खिलाफ हॉस्पिटल में धरने पर बैठ गए। बताया जा रहा है कि महिला अधिकारी की दबंगई से यहां हर कोई परेशान है। जब से वह यहां आई है तब से रेफ़रों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इसके पूर्व भी स्वराज एक्प्रेस ने महिला चिकित्सक की तानाशाही की खबर प्रमुखता से दिखाई थी, किन्तु कोई दूसरा चिकित्सक न होने से डिलेवरी पेशेंट को इस महिला अधिकारी के हाथों बेइज्जत होने व जान का खतरा लेने की रिस्क जिम्मेदार अधिकारी ले रहे हैं। पूर्व में धरने आंदोलन व शिकायतों के दौर के बाद अब मामला क्या रंग लाता है यही देखना है।