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चित्रकूटः मठ मंदिर आश्रमों के महंतों द्वारा अपना उत्तराधिकारी बनाने में भाई-भतीजावाद पर बयान

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Aug 7, 2019

रामनरेश श्रीवास्तव- चित्रकूट में मठ मंदिर आश्रमों के महंतों द्वारा अपना उत्तराधिकारी बनाने को लेकर तुलसी पीठ चित्रकूट के जगदगुरू रामभद्राचार्य ने विवादित बयान दिया है। स्वामी  रामभद्राचार्य ने मठ मंदिर के महंतो द्वारा अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने पर चुटकी लेते हुए कहा है कि मठ मंदिरों में परिवारवाद हावी है और अभी तक जिन महंतों ने अपना उत्तराधिकारी चुना है, उन्होंने अपने भतीजा या भाई अथवा परिवार के लोगों को ही उत्तराधिकारी बनाया है। रामभद्राचार्य ने स्पष्ट रूप से प्रमुख मठ मंदिरों व आश्रमों के महंतों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि चाहे कामदगिरि प्रमुख द्वार हो या निर्मोही अखाड़ा अथवा आचार्य आश्रम हो सबने भाई भतीजावाद किया है। आचार्य आश्रम नयागांव में भी वहां के महंत द्वारा अपने भाई के बेटे देवराज को युवराज बनाया गया, लेकिन मेरे तुलसी पीठ में भाई भतीजावाद या परिवारवाद बिल्कुल नहीं है। मैं जय मिश्रा को अपना उत्तराधिकारी बना रहा हूं। वह मेरे परिवार से संबंधित नहीं है और न ही मेरे भाई भतीजा हैं। रामभद्राचार्य ने कामदगिरि पीठाधीश्वर स्वयंभू रामस्वरूप दास पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कामदगिरि पीठ का कोई उल्लेख नहीं है। दो-चार कमरे बना लेने से कोई पीठाधीश्वर नहीं हो जाता। वे जो पीठाधीश्वर लिख रहे हैं वो बिल्कुल गलत है।

रामभद्राचार्य ने तुलसी पीठ और मूक बधिर विद्यालय और दिव्यांग विश्वविद्यालय की भी स्थापना की है

आपको बता दें कि चित्रकूट के मठ मंदिर और आश्रमों में परिवारवाद और भाई भतीजावाद को लेकर जगदगुरू रामभद्राचार्य की टिप्पणी उस समय आई है, जब वह जय मिश्रा को अपना उत्तराधिकारी बना रहे हैं और अपनी बड़ी जिम्मेदारियों से मुक्त हो रहे हैं। रामभद्राचार्य ने तुलसी पीठ की स्थापना की है। साथ ही मूक बधिर विद्यालय और दिव्यांग विश्वविद्यालय की भी स्थापना की है, लेकिन एक बात गले नहीं उतर रही कि अपने आश्रम की वो खुद ही प्रशंसा करना चाह रहे हैं तो वहीं वे अन्य मठ मंदिरों और आश्रमों पर टिप्पणी कर रहे हैं और सीधे तौर पर चित्रकूट के प्रमुख मंदिरों और आश्रमों के महंतों पर भाई भतीजावाद और परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं। जबकि रामभद्राचार्य जी ने जो दिव्यांग विश्वविद्यालय स्थापित किया है वहां इन्होंने अपने सगे छोटे भाई आर. पी. मिश्रा को वित्त अधिकारी बनाया हुआ है। साथ ही जिन्हें ये युवराज बना रहे हैं वो भी इन्हीं की बिरादरी मिश्रा परिवार से है।