Feb 11, 2019
सतीश दुबे - डबरा में मध्यप्रदेश महिला बाल विकाश मंत्री इमरती देवी के विधानसभा क्षेत्र के नगर के अस्पताल की स्तिथि सुधरने का नाम नही ले रही यहां आए दिन स्टाफ और डॉक्टरों के मानवता को शर्मशार कर देने वाले मामले सामने आते रहे है ऐसा ही एक मामला ग्राम चेतुपडा में आपसी विवाद में हुए घायल बुजुर्ग जशवंत रावत को एम्बुलेश की व्यवस्था न होने के बाद उसके परिजन पुलिस की मदद से शिविल अस्पताल अपने निजी ट्रेक्टर ट्रॉली में खटिया पर डालकर पहुँचे तो लंबे समय तक घायल जशवंत रावत को अस्पताल स्टाफ व स्टेचर का इंतजार करना पड़ा लेकिन इस इंतजार के बाद पुलिस और परिजनों को ही खटिया के साथ बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल के अंदर ईलाज के लिए ले जाना पड़ा।
वही डॉक्टर ने भी अस्पताल की गैलरी में ही घायल बुजुर्ग का ईलाज कर उसे ग्वालियर रैफर कर दिया वही अस्पताल परिसर में गंदगी का आलम बना रहता है न पलंगों पर आपको चद्दर मिलेंगे न कोई स्टाफ न डॉक्टरों की उचित व्यवस्था यहाँ मिलती है दुर्घटना में घायल हुए हर मरीज को यहाँ से ग्वालिया रैफर कर डॉक्टर अपना पल्ला झाड़ लेते है।
मंत्री इमरती देवी ने भी अस्पताल के हालात सुधारने के डॉक्टरों को निर्देश दिए है लेकिन लगता है मंत्री जी की बातों का कोई असर इन पढेलिखे डॉक्टरों पर नही होने वाला अभी हाल ही में जिला कलेक्टर भरत यादव ने अस्पताल निरीक्षण के दौरान भी परिसर में गंदगी व खराब व्यवस्थाए देख अपना गुस्सा जाहिर किया था हालात जश के तस बने है आखिर कब और कैसे सुधरंगे सिविल अस्पताल के हालात कब मिलेगा यहाँ की गरीब जनता को सही ईलाज।