Jul 16, 2019
मनीष जायसवाल : नेपानगर वन परीक्षेत्र के ग्राम बदनापुर के जंगलों में एक सप्ताह पहले अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए विवाद और गोलीकांड का मामला तूल पकड़ चुका है। सरकार के मंत्रीयो का बार -बार आना और आश्वासन मात्र देने से आदिवासियों में काफी नाराजगी है।आदिवासियों ने दोषियों पर तत्काल और सख्त कार्यवाही नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी मंत्रीयो को दी है।
वनमंत्री उमंग सिंघार ने किया आदिवासियों की नाराजगी का सामना
इस घटना से सरकार भी सकते में है। रविवार को वनमंत्री उमंग सिंघार घटना की जांच के लिए बदनापुर आये थे लेकिन मंत्री को आदिवासियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और आदिमजाति कल्याण विभाग मंत्री ओमकार सिंह मरकाम मामले की जांच करने बदनापुर पहुंचे थे। दोनों मंत्रियों ने सबसे पहले घटना स्थल जंगल का मुआयना किया जिसके बाद दोनों मंत्री आदिवासियों की बात सुनने के लिए उनके पास ग्राम सिवल पहुंचे थे जहां पर चौपाल लगाकर दोनों मंत्रियों ने आदिवासियों से घटना की विस्तार से जानकारी ली है।
दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग
आदिवासियों ने वन विभाग के अधिकारियों पर आदिवासियों के अधिकारो का हनन करने और द्वेषपूर्ण कार्यवाही करने के आरोफ लगाए हैं।आदिवासियों ने 9 जुलाई कि घटना में दोषी अधिकारियों के निलंबन और उनके विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की मांग की है। आदिवासियों ने ऐसा ना करने पर आगामी रविवार को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। मंत्रियों के साथ क्षेत्रीय विधायक सुमित्रा कास्डेकर, निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेन्द्र सिंह सहित कलेक्टर एसपी और डीएफओ भी साथ थे वहीं दूसरी ओर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद नंदकुमारसिंह चौहान भी बदनापुर का आज दौरा कर चुके हैं।