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रेत के अवैध खनन पर नाकाम प्रशासन

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Nov 8, 2016

जबलपुर। रेत के अवैध खनन करने वाले रेत माफियाओं पर प्रशासन रोक लगाने का लाख दावा करती है, लेकिन प्रशासन ही इस दावे पर नाकाम साबित हो रहा है। रेत के दाम इस समय आसमान छु रहे है जिसको लेकर रेत का अवैध खनन जोरो पर चल रहा है। डीएम के रोक के बावजूद भी जबलपुर की नर्मदा नदी सहित आसपास की नदियों से लगातार जोरो पर  खनन चल रहा है। कोई लकड़ी की नाव से अवैध रेत निकाल रहा है तो कोई आधुनिक तरीके से, स्वराज एक्सप्रेस की पड़ताल में कई बिंदुओं का हुआ खुलासा...

रेत के आसमान छुते दाम, अपने फायदे के चक्कर में खनन माफिया ये भूल चुके है कि उनके इस अवैध कार्य से हजारों रेल यात्रियों की जान भी जा सकती है,हाल ही में बने जमतरा खिरैनी नर्मदा नदी पर बने रेल पुल के नीचे से रेत का अवैध खनन कर रेत माफिया पुल को कमजोर कर रहे है। दूसरा हिरन नदी से लगे ग्राम खैरी में पोकलेन मशीन से रेत निकाली जा रही है जबकि नदी में मौजूद जीव जन्तुओ की मौजूदगी को देखते हुए जबलपुर डीएम ने ऐसी सभी रेत निकालने वाली मशीनों पर रोक लगाईं है बावजूद इसके पोकलेन मशीन से बेधड़क रेत का अवैध खनन जारी है और इस रेत के अवैध खनन पर लगाम लगाने वाला खनिज विभाग अपनी आँखे बंद किये बैठा है।

मध्य प्रदेश की अनेक नदियों का यही हाल है प्रशासन कार्यवाई के नाम पर कुछ छोटी मछलियों पर शिकंजा जरूर कसता है लेकिन रेत खनन के असली मगरमच्छ प्रशासन के साथ गठजोड़ करके बेधड़क कमाई कर रहे हैं जरूरत है प्रशासन रस्म अदायगी ना करते हुए सीधे रेत का अवैध खनन करने वालों ठिकानों पर धावा बोले तब कहीं जाकर इन खनन माफियाओं पर अंकुश लग पायेगा।      रिपोर्ट - महेश चन्द्र चौधरी