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नरसिंहगढ़ः बगैर ऑपरेशन गंभीर बीमारी का इलाज करने वाले फर्जी डॉक्टर का क्लीनिक सील

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Sep 24, 2019

सुरेश नागर - शहर में इन दिनों झोलाछॉप डॉक्टरों की भरमार मची हुई है। अवैध तरीकों से पैसा कमाने की होड़ में ये झोलाछॉप डॉक्टर अब मेडिकल साईंस को ही चुनौती देते नजर आ रंहे है। शहर में संचालित ऐसे ही एक फर्जी क्लीनिक पर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए क्लीनिक सील कर दिया है। वहीं बिना ड्रिगी के संचालित क्लीनिक पर प्रतिबंधात्मक दवाओं के कंपोजिन मिलने के चलते अब फर्जी क्लीनिक संचालक के खिलाफ  विभाग एफआईआर दर्ज कर, थाने में भी शिकायत दर्ज करवा रहा है। जानकारी के अनुसार मंगलवारिया के समीप तहसील रोड़ पर जय मॉ काली क्लीनिक संचालित हो रहा था। जिसका संचालक भी कल्लकत्ता का निवासी बताया जा रहा है। क्लीनिक संचालक गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए भ्रामक प्रचार कर रहा था। जिसकी स्वास्थ्य विभाग को कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी। इधर छापामार कार्रवाई के दौरान जब क्लीनिक पर दस्तावेजों की छानबीन की गई तो संबंधित संचालक के पास ड्रिगी या डिप्लोमा भी नहीं था। अपने क्लीनिक पर एलोपेथिक दवाओं के साथ प्रतिबंधित मर्करी का कंपोजिन भी रखा हुआ था। ऐसे में जांच के बाद मौके पर ही क्लीनिक सील कर, अब मामले में संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

फर्जी क्लिीनिक और मेडिकल दुकानों की बाढ़  

ज्ञात रहे कि शहर में दर्जनों फर्जी क्लीनिक और लैब संचालित है, लेकिन इनके खिलाफ  प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जानकारी के अनुसार कुछ माह पूर्व जिला प्रशासन ने जिले भर में झोलॉछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किए थे, लेकिन नरसिंहगढ़ को छोड़कर जिले भर में फर्जी लेब, क्लीनिक और झोलाछॉप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। मरीजों की जान से खिलवाड़ कर उनसे हजारों रूपए की काली कमाई करने वाले झोलाछॉप डॉक्टरों और लेब, क्लीनिक पर कार्रवाई नहीं होना, कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत को भी उजागर करता है। स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर मरीजों से खुले तौर पर लूट करने वाले कई क्लीनिक शहर के मुय चौराहे, सिविल अस्पताल के आसपास व अन्य क्षेत्र में खुले हुए हैं। जिनकी प्रशासन को जांच करनी चाहिए। इधर शहर में एक लाईसेंस पर कई मेडिकल दुकाने भी संचालित की जा रही है। इन मेडिकल दुकानों पर दवाओं के रेट को लेकर भी कई तरह की शिकायतें देखने को मिल रही हैं। वहीं कई दुकानों पर प्रतिबंधात्मक दवाओं की भी बिक्री हो रही है। 

नियम विरूद्ध प्रेक्टिस कर रहे झोलाछॉप

शहर में संचालित कुछ क्लीनिकों को स्वास्थ्य विभाग ने कुछ दवाओं के विक्रय की अनुमति दे रखी है लेकिन इसकी आड़ में क्लीनिक संचालक जमकर प्रेक्टिस में लगे हुए हैं। शहर के प्रमुख चौराहे के आसपास ही संचालित दर्जनों क्लीनिकों पर यदि नियमों की जांच की जाए तो बड़े मामले सामने आ सकते है। हालांकि सोमवार को विभाग की कार्रवाई की भनक लगते ही कई क्लीनिक संचालक अपनी दुकाने बंद कर भाग खड़े हुए।