Loading...
अभी-अभी:

प्रदेश में पहली बार काले गेंहू की खेती, इस फसल की चर्चा गांव गांव में

image

Dec 8, 2018

अंकित जैन : गौतमपुरा मध्यप्रदेश में पहली बार काले गेंहू की खेती इंदौर जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसे देख जिले में धीरे धीरे काले गेहूं की बोनी करने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है । मध्य प्रदेश शासन खेती को लाभ का धंधा बनाने के उद्देश्य किसानों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने में लगी हुई है तो किसान भी नई तकनीकों के माध्यम से अपना उत्थान खेती का स्थान करने में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। जिसको लेकर कुछ उन्नत किसान ने काले गेहूं की खेती करना शुरू कर दी है।

इंदौर जिले के गौतमपुरा क्षेत्र के गांव तलावली में किसान मोनू पटेल व शाहपूरा के लाखन गहलोद ने अपने खेत में एक उन्नत प्रकार के किस्म का काला गेहूं बोया है बताया जाता है कि यह गेहूं मध्य प्रदेश में इस बार गौतमपुरा के समीपस्थ ग्राम तलावली के कृषक मोनू पटेल व
देपालपुर के शाहपुरा गांव के लाखन गहलोद द्वारा क्षेत्र में पहली बार ही बोया गया है। किसानों ने  इसे पंजाब से महंगे दामों में खरीद कर यहा पर पैदावार शुरू की है। यह गेहूं सामान्य गेहूं की तरह है लेकिन इसका रंग काला है इतना ही नहीं इसकी जो फलदार गुच्छे जिसे आम भाषा में उम्बिया कहा जाता है उसका भी कलर काला ही होगा इस काले गेहूं की खेती शायद पूरे प्रेदेश में पहली बार होने जा रही है जिससे यहा के किसान बेहद खुश भी है । किसान मोनू पटेल के अनुसार वह हर बार नवीन खेती करने में ज्यादा ध्यान देता है उनका कहना है कि वे अक्सर कुछ हटकर करते हैं और उन्हें जहां से भी कोई नई खेती या नए बीज या नई तकनीकी का पता चलता है तो बस फिर चाहे देश विदेश पैदा होने वाली खेती को अपने यहां मूर्त रूप देने में जुड़ जाते हैं। इस बार भी जब उन्हें काले गेहूं के बारे में पता चला तो वे पंजाब तक पहुंचे और वहां से गेहूं का बीज लाकर अपने खेत में बुवाई कर दी।

किसान ने बताया कि यह काला गेहूं ना सिर्फ दिखने में अलग है बल्कि बहुत गुणकारी भी है या मानव जीवन के लिए काफी लाभप्रद भी बताया जाता है इससे कैंसर जैसी कई असाध्य बीमारियों के इलाज में भी काम में लिया जा सकता है इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता आम फसलों से अधिक होती है वैसे तो किसानों ने कई उन्नत बीज के बारे में सुना होगा व कई तरह के गेहूं और उनकी वैरायटीओ के बारे में भी जाना होगा लेकिन यह गेंहू सब से अलग है क्योंकि अमूमन पीला और लाल गेहूं देखने में मिलता है लेकिन यह गेंहू काले रंग का है जो की क्षेत्र में लगभग सभी किसानों ने पहलीबार देखा व सुना है, यही कारण है कि अब यह प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।

काले गेंहू की खेती करने वाले एक ओर कृषक मोनू पटेल ने यह भी बताया कि मेरे काले गेंहू की फसल को देखने व उसके फायदे जानने के लिये रोजाना कई किसान मेरे खेत पर आ रहे है, और इसकी सम्पूर्ण जानकारी ले रहे है,अभी काले गेंहू की फसल की बोनी हुई है जब यह बड़े होंगे तो उम्मीद है सेकड़ो लोग इसे देखने भी पहुचेंगे ओर कई किसान इसे अपने खेतों में भी बो कर खेती को फायदे का व्यवसाय बनाने में जुट जाएंगे।