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हिजबुल आतंकी सब्ज़ार अहमद सोफी मारा गया, भोपाल ही नहीं ग्वालियर में भी मिले उसके रिकॉर्ड

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Oct 26, 2018

धर्मेंद्र शर्मा : सुरक्षाबलों के द्वारा बुधवार को जम्मू कश्मीर के नौगाम में जिस हिजबुल आतंकी सब्ज़ार अहमद सोफी को मारा गया है वह केवल भोपाल ही नहीं ग्वालियर में भी लंबे अरसे तक रहा है। उसने 2011 में बॉटनी में एम फिल की डिग्री हासिल की थी। जबकि भोपाल की बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी से आतंकी सब्जार अहमद ने एमएससी की पढ़ाई की थी।

खास बात यह है कि कुछ समय पहले जब अपने आप को हिजबुल कमांडर घोषित करते हुए सब्जार ने फेसबुक पर अपना फोटो ए के-56 राइफल के साथ अपलोड किया था। तब सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हुए थे तब इंटेलिजेंस एजेंसियों ने सब्जार अहमद का रिकॉर्ड जप्त किया था। गौरतलब यह है कि ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में कई जम्मू कश्मीर के छात्र पढ़ते हैं। स्नातक की पढ़ाई में अब्बल नंबर लाने के कारण उन्हें यहां आसानी से एडमिशन मिल जाता है। 

सभी छात्र आतंकी मानसिकता के हो ऐसा नहीं है लेकिन पिछले कुछ सालों में यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कुछ कश्मीरी छात्र संदिग्ध जरूर पाए गए हैं। 6 कश्मीरी छात्रों की पीएचडी डिग्री को लेकर जांच चल रही है। उन्होंने नौकरी करने के साथ ही पीएचडी की डिग्री भी हासिल की थी।  जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन के अधिकारी से बातचीत की, तो उन्होंने यहां सब्जार के एम फिल करने की बात स्वीकारी लेकिन रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया। 

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के प्रोविजनल सर्टिफिकेट में सबजार के काफी डिटेल मौजूद हैं जिसमें उसकी जन्म तिथि 25 मार्च 1986 पिता का नाम बशीर अहमद सोफी ,मां का नाम हाजरा अख्तर ,जिला अनंतनाग सहित यह भी डिटेल मौजूद है कि उसने एमएससी बॉटनी भोपाल की बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी से की। खास बात यह है कि एक जगह आतंकी सज्जाद अहमद सोफी के दस्तखत भी है। जो  प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी किया गया है ।वह 9 फरवरी 2012 को जारी किया गया है। इसमें हेड ऑफ डिपार्टमेंट बॉटनी की सील की लगी हुई है।हालांकि जीवाजी विश्वविधालय जांच मे सहयोग करने की बात कह रहा हैै। उनका कहना है,कि जम्मू कश्मीर से आने वाले सभी छात्रो की सूची पुलिस को दी जाती है। साथ प्रबंधन की ओर से सभी सुरक्षा के मापदंड अपनाये जाते है।