Sep 5, 2018
वरूण शर्मा : मध्यप्रदेश के सतना में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजिय सिंह ने केंद्र और शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा सरकार पर चुन-चुनकर आरोप लगाए और सवाल भी दागे। दिग्विजिय सिंह ने भीमा कोरेगांव की हिंसा में मामले में कहा पहले वो देशद्रोही थे और अब नक्सली। यदि वो दोषी हैं तो उन्हें यहीं सतना से ही गिरफ्तार कर लिया जाए। श्री सिंह शिवराज सिंह चौहान के ट्वीट के सवाल पर जवाब दे रहे थे। दिग्विजिय सिंह ने कहा अगर ऐसा है तो मुझे तत्काल गिरफ्तार करें। पहले देशद्रोही अब नक्सली यहीं से मुझे गिरफ्तार कर लें। इससे पहले दिग्विजिय सिंह ने कोरेगांव मामले में उनके मोबाइल नम्बर पाए जाने पर सफाई दी।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि भीमा कोरेगांव की घटना नक्सली नहीं है। यह दलित और मराठा के आरक्षण की लड़ाई है। मेरे नम्बर सबके पास हैं गुजरात में मोदी की हत्या के षड्यंत्र में जो फेक एनकाउंटर हुए। उस पर एक बार फिर हत्या की साजिश को लेकर गिरफ्तारियां हुईं। अब आप समझ सकते हैं कि क्या षड्यंत्र है। जहां तक मेरी बात है मेरा नम्बर सबके पास है। कोई क्या बात करता है इसमें मेरी जवाबदारी है क्या। इसके बाद भी मैं दोषी हूँ तो आप मेरे खिलाफ कार्रवाई करिए। केंद्र सरकार को भी चुनौती है, राज्य सरकार को भी चुनौती है। मैं जानता तक नहीं यह कौन सा नम्बर है। वो पिछले 4 साल स्व उपयोग करना बंद कर दिया है। नोटबन्दी के दौर को याद करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि नोटबन्दी के समय सर्वाधिक नए नोट अहमदाबाद के कोऑपरेटिव बैंक गए जहां 1 करोड़ के पुराने नोट पर साढ़े 67 लाख रुपए दिए गए। दिग्विजिय सिंह ने कहा डॉ. यतीन्द्र ओझा भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक उन्होंने नरेंद्र मोदी जी को एक पत्र लिखा कि अमित शाह के लोग फला-फला कोऑपरेटिव बैंक एक करोड़ पुराने नोट के बदले साढ़े 67 लाख नए नोट दे रहे हैं। उसके बाद भी नरेंद्र मोदी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
नरेंद्र मोदी मन की बात तो करते हैं लेकिन साढ़े 4 साल में एम भी प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत मे नहीं की। अब ये बात सामने आ गई है कि नोटबन्दी के बाद यदि किसी बैंक में गए हैं तो वह है अहमदाबाद के सहकारी बैंक में गए हैं। कांग्रेस नेता ने राफेल डील पर भी मोदी सरकार पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया। इन्होंने कहा कि इस मामले में 670 करोड़ का हवाई जहाज 1600 करोड़ में खरीदा गया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि एनुअल जनरल रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि वही जहाज जो 670 करोड़ में डील हुई थी वह 1600 करोड़ में खरीदेगी सरकार। लगभग 1 हजार करोड़ एक हवाई जहाज पर रिश्वत नरेंद्र मोदीजी और उनके लोगों ने ली और हिंदुस्तान एरोनॉटिकल लिमिटेड जिसको कि एक्सपीरियंस है। हवाई जहाज बनाने का उसका हक मारकर एक प्राइवेट कंपनी को यह अवसर दिया गया। क्यों किया गया यह बात सामने आई है।