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भिंडः ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भिंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

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Oct 10, 2019

गिरिराज बोहरे - कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया कल एक दिवसीय दौरे पर भिंड पहुंचे थे। वहां उन्होंने अटेर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इसके साथ ही भिंड में उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। अटेर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यहां पर कई गांवों में बिल्कुल इस प्रकार की स्थिति बन गई थी जैसे समुद्र में छोटा सा टापू हो। यहां के एक दर्जन गांव में तो सर्वे कराने की भी जरूरत नहीं है।  इन गांव में शत-प्रतिशत नुकसान मानकर मुआवजा देना चाहिए।

सरकार की पहली जिम्मेदारी प्रदेश के अन्नदाताओं के प्रति

उन्होंने बोलते हुए कहा कि मैंने राजस्व अधिकारियों कलेक्टर एवं एसपी से भी कह दिया है कि इन गांव में सौ प्रतिशत नुकसान की लिखाई होनी चाहिए और जल्द से जल्द राजस्व विभाग के अधिनियम के तहत हमारे किसानों को मुआवजा राशि मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि संकट के समय में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। इस सरकार की पहली जिम्मेदारी प्रदेश के अन्नदाताओं के प्रति है। आगे बोलते हुए सिंधिया ने कहा कि मैंने कमलनाथ जी को भी कहा है कि बाढ़ से प्रभावित किसानों को राजस्व विभाग के नियमानुसार आठ से लेकर 30 हजार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा राशि किसानों को मिलना चाहिए। राजस्व विभाग के साथ ही जिन बीमा कंपनियों ने अन्नदाताओं के खातों से बीमा के पैसे काटे हैं उन बीमा कंपनियों से भी मुआवजा राशि किसानों को मिलना चाहिए। इसके साथ ही केंद्र सरकार की भी जिम्मेदारी बनती है।

प्रधानमंत्री से साढ़े सात हजार करोड़ रुपए की सहायता राशि की मांग

सिंधिया ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है कि मध्यप्रदेश में जहां-जहां नुकसान हुआ है उसके लिए केंद्र को साढ़े सात हजार करोड़ रुपए की सहायता राशि के लिए मांग की गई है, वह उसे देना चाहिए। इस दौरान सिंधिया ने मनमोहन सरकार में बाढ़ एवं सूखा के दौरान दी गई सहायता का जिक्र करते हुए कहा कि मनमोहन सरकार के समय दो दो हजार करोड़ की सहायता राशि हमने दो बार दिलवाई है। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केंद्र सरकार से मदद की डिमांड भी जनता के बीच रखी। उन्होंने खाद्यान्न को लेकर बोलते हुए कहा कि मैं खाद्यान्न मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से कहूंगा के नियमानुसार जितना खाद्यान्न बाढ़ प्रभावित गांवों को मिलना चाहिए उससे ज्यादा जितना भी सरकार कर पाए वो आपको उपलब्ध होना चाहिए। इस दौरान पुलों की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर की गई मांग पर उन्होंने कहा की बाढ़ जब आती है तो उस में या तो पुल ढह जाते हैं या फिर वह डूब में आ जाते हैं। ऐसे में यहां से प्रस्ताव बनाकर भेजें मैं भोपाल जाकर उस प्रस्ताव के लिए आप की लड़ाई लडूंगा। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए सिंधिया परिवार का मुखिया अपना जी जान लगा देता है और जानकी बाजी लगाने के लिए भी तैयार रहता है। यही मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आप चिंता या फिकर मत करना आप की लड़ाई में सदैव लड़ा हूं और जिंदगी की आखरी सांस तक लड़ता रहूंगा।