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चित्रकूट : भगवान कामतानाथ मंदिर में हर साल करोड़ों की चढ़ोत्तरी, पैसों का हो रहा दुरूपयोग

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Dec 18, 2019

रामनरेश श्रीवास्तव : श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र चित्रकूट के भगवान कामतानाथ मंदिर में हर साल करोड़ों रुपए की होने वाली चढ़ोत्तरी को महंतों द्वारा खुर्द बुर्द करने के मामले में आक्रोशित स्थानीय लोग मंदिर की सीढ़ियों पर ही भूख हड़ताल पर बैठ गए और जमकर बाबाओं के खिलाफ नारेबाजी की। 4 घंटे तक चले धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल के बाद स्थानीय प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंच गया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार व टीआई की समझाईश के बाद धरने पर बैठे लोगों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

मंदिर में चढ़ोत्तरी से आने वाले पैसों का दुरुपयोग
भूख हड़ताल पर बैठे स्थानीय लोगों का कहना है कि कामदगिरि प्रमुख द्वार के महंत रामस्वरूप दास का भाई मदनदास मंदिर की आय से जमीन खरीद रहा है व मंदिर में चढ़ोत्तरी से आने वाले पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिसे रोकने के लिए कामतानाथ मंदिर को सरकारी ट्रष्ट बनाकर ट्रष्ट का प्रबन्धक कलेक्टर को बनाया जाय और मंदिर की आय को सरकारी खाते में जमा कराकर मैहर की तर्ज पर कामतानाथ मंदिर और कामदगिरि परिक्रमा को विकसित किया जाय ताकि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिल सकें। 

105 मंदिर सरकारी कागजों में दर्ज
बता दें कि चित्रकूट में करीब 105 मंदिर सरकारी कागजों में दर्ज हैं, जिनके प्रबंधक तो कलेक्टर हैं। मगर मंदिरों की आमदनी को सिर्फ पुजारी, महंत और मठाधीस हजम कर रहे हैं, और लग्जरी गाड़ियों, बंदूकों व भूमाफ़ियागिरी का शौक पूरे कर रहे हैं, जिससे मठ मंदिरों की हालत जीर्ण शीर्ण होती जा रही है। ऐसी दशा में कायदे से प्रशासन को चित्रकूट के आमदनी वाले मठ मंदिरों को अपने कब्जे में लेना चाहिए जिससे कि मंदिरों में चढ़ोत्तरी की आय को खुर्द बुर्द होने से रोका जा सके।