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जबलपुरः बड़ी मात्रा में नकली घी और इसे बनाने का सामान बरामद

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Jul 22, 2019

अरविंद दुबे- जबलपुर में क्राईम ब्रांच ने नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मार कर बड़ी मात्रा में नकली घी और इसे बनाने का सामान बरामद किया है। क्राईम ब्रांच ने फैक्ट्री संचालक संतोष गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। क्राईम ब्रांच को सूचना मिली थी की विजय नगर थाना क्षेत्र में रिहायशी क्षेत्र में घी तैयार किया जा रहा है जो कि नकली है इस घी को बड़ी तादाद में सप्लायी भी किया जा रहा है। क्राईम ब्रांच की टीम ने सोमवार को विजय नगर स्थित संतोष गुप्ता के घर पर छापा मारा और घर के ऊपरी हिस्से में नकली बनांते हुए फैक्ट्री के संचालक संतोष गुप्ता को गिरफ्तार किया। इस दौरान नकली घी बनाने का सामान, रसायन और घी की खुश्बू वाला परफ्यूम भी बरामद किया जो कि नकली घी में मिलाया जाता था। क्राईम ब्रांच की टीम ने संतोष गुप्ता के एक और ठिकाने में छापा मारा और वहां पर भी इसी तरह का सामान जब्त किया है।

नकली घी के खरीददार जबलपुर और आस पास के क्षेत्र के किराना दुकानदार

संतोष गुप्ता स्थानीय व्यापारियों को बेहद कम दामों में घी सप्लायी करता था। स्थानीय व्यापारी भी नकली घी खरीद कर उसे असली बता कर बेच रहे थे। लम्बे समय से चल रहे इस कारोबार की खबर क्राईम ब्रांच को मिली, तब क्राईम ब्रांच ने इस कारोबार पर नजर रखना शुरू किया। संतोष गुप्ता दो स्थानों में नकली घी तैयार करता था। इस नकली घी के खरीददार जबलपुर और आस पास के क्षेत्र के किराना दुकानदार और घी और तेल के थोक व्यवसायी हैं जो कि ग्राहकों को असली घी बता कर नकली घी बेच रहे थे। संतोष इन व्यापारियों को सवा सौ रूपए प्रतिकिलो घी सप्लायी करता था। जबकि इसी घी को असली बताकर ग्राहकों को साढ़े तीन सौ रुपये प्रतिकिलो बेचा जा रहा था जिससे व्यापारियों को भरपूर फ़ायदा हो रहा था। क्राईम ब्रांच की टीम संतोष से ऐसे व्यापारियों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है जो कि नकली घी को ग्राहकों को बेच रहे थे। इधर खाद्य विभाग को इस फैक्ट्री के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। लिहाजा छापा मारने के बाद क्राईम ब्रांच की टीम ने खाद्य विभाग को सूचना देकर बुलाया और इसके बाद खाद्य विभाग ने आगे की कार्यवाही की।

ऐसे तैयार किया जाता था नकली घी

नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री में वनस्पति घी में विभिन्न तरह के तेल और केमिकल मिलाकर उसकी मात्र को बढ़ा दिया जाता था और काफी देर तक उसे मिलाया जाता था ,जिससे वनस्पति घी, तेल और केमिकल अच्छे से घुल जायें इसके बाद उसमे शुद्ध घी की खुश्बू वाला परफ्यूम डाला जाता था। जिससे वह बिलकुल असली घी जैसा बन जाता था। इस तरह तैयार किये गये नकली घी को विभिन्न कम्पनियों के रैपर वाले डिब्बो में पैक कर बाजार में व्यापारियों को भेज दिया जाता था। जब हमारे संवाददाता ने आरोपी संतोष गुप्ता से बात की, तब उसने अपने आरोप को छुपाने की भरपूर कोशिश की और पूरी बेशर्मी से दावा किया कि वह कुछ भी गलत नहीं कर रहा था।