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खंडवाः सरकारी अस्पताल में एक्स-रे करने वाला निकला नकली नोट का मास्टरमाइंड

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Sep 24, 2019

अखिलेश ठाकुर - खंडवा में 200 के नकली नोट बनाकर बाजार में चलाने वाले एक गिरोह का पदम नगर पुलिस द्वारा खुलासा किया गया है। इस खुलासे में पुलिस अधीक्षक खंडवा शिवदयाल सिंह गुर्जर के मार्गदर्शन में कार्यवाई की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खंडवा प्रकाश परिहार एवं नगर पुलिस अधीक्षक खंडवा ललित गठरे के निर्देशानुसार पदम नगर पुलिस के द्वारा नकली नोट बनाकर, बाजार में असली के रूप में चलाने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। दिनांक 23 सितंबर 2019 को पदम नगर थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह राठौर को मुखबिर द्वारा जानकारी मिली कि एक व्यक्ति अंग्रेजी शराब दुकान पड़ावा पर नकली नोट से शराब खरीदने वाला है। मुखबिर की सूचना पर पड़ावा शराब दुकान के पास से आरोपी किशोर सैनी पिता सूरजमल दुबे कॉलोनी खंडवा को पकड़कर पूछताछ की जिसमें आरोपी किशोर से 200 के 5 नकली नोट बरामद किए।

आरोपी के पास से 4 नकली नोट 200 के बरामद किए

आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ किए जाने पर उसने बताया कि वह यह नकली नोट करण रील निवासी रमा से बाजार में एक-एक करके चलाने के लिए दिए थे। इस पर करण रील की तलाश करते हुए पुलिस ने आरोपी को सरकारी अस्पताल खंडवा के पास से पकड़ कर पूछताछ की। उसके पास से 4 नकली नोट 200 के बरामद किए। पूछताछ में उसने बताया कि वह यह नोट गोपाल जोशी जो कि सरकारी अस्पताल में एक्सरे निकालने का काम करता है, उससे लेकर आया है। गोपाल जोशी ने 8 दिन पहले करण को कुछ नकली नोट बाजार में चलाने के लिए दिए थे। इस पर आरोपी गोपाल जुगल किशोर जोशी को उसके निवास बादशाह नगर में जाकर पकड़ कर पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि वह कर्ज में डूब गया था एवं सट्टा खेलने का आदी है। जिसके कारण उसने यह नकली नोट बनाने की योजना बनाई। योजना के अनुसार उसने एक कलर प्रिंटर नोट काटने के लिए नोट कटर लेकर आया और 200 के नकली नोट छापने लगा। यह नकली नोट छापने का काम वह करीब ढाई महीने से कर रहा था।

अब तक 15000 से अधिक के नकली नोट छाप कर बाजार में चला चुका

आरोपी गोपाल जोशी के द्वारा 8-10 दिन पहले नकली नोट बाजार में चलाने के लिए दिए थे और कहा था कि किसी को भी एक साथ 200 के नोट ना देकर एक-एक करके बाजार में चलाना ताकि किसी को शक ना हो। आरोपी द्वारा यह भी बताया गया कि वह बाजार में मिलने वाले अनेकों लोगों से 200 के असली नोट ले लिया करता था और घर जाकर उस नोट के नकली नोट हूबहू छाप देता था। 200 के असली नोट अलग-अलग लोगों से इसलिए लेता था, ताकि जब भी नोट बनाए तो उसके नंबर एवं सीरीज एक जैसी ना हो ताकि कोई शंका ना हो। बाजार में आसानी से 200 के नकली नोट चल सकें। वो अब तक 15000 से अधिक के नकली नोट छाप कर बाजार में चला चुका है। वे सभी नोट 200 के हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़कर पदम नगर थाने से जेल पहुंचाया और उन पर अपराध क्रमांक 234/19 धारा, 489ए, 489बी, 489सी, 420, 34 भारतीय दंड विधान का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। इस कार्रवाई में थाना पदम नगर के उपनिरीक्षक हिमाल सिंह डामोर, सहायक उपनिरीक्षक अन्नपूर्णा जोशी, प्रधान आरक्षक कैमर रावत, आरक्षक अमित यादव, आरक्षक संतोष, आरक्षक परमानंद, आरक्षक अरविंद तोमर की काफी सराहनीय भूमिका रही, जिन्हें पुलिस अधीक्षक शिव दयाल सिंह गुर्जर द्वारा पुरस्कार दिया जायेगा।