Loading...
अभी-अभी:

गंजबासोदाः स्कूलों में हो रही लापरवाही, नहीं दे रहे हैं शिक्षा अधिकारी ध्यान

image

Aug 21, 2019

देवेंद्र त्रिवेदी- गंजबासोदा ब्लाक के अंतर्गत आने वाली सभी पंचायतों में एवं गंजबासोदा ब्लॉक कई शिक्षण संस्था कई स्कूलों में कई अनियमितताएं पाई गई। स्वराज एक्सप्रेस अपनी टीम के साथ जब इस क्षेत्र में स्कूलों की जानकारी लेने पहुंचा तो इस बारिश के समय में सिरनोटा हाई स्कूल माध्यमिक स्कूल में देखने को मिला कि बच्चे स्कूल में बैठे हैं और ऊपर से बारिश का पानी इन बच्चों के ऊपर गिर रहा था। जगह-जगह छत से पानी टपक रहा था। वहीं स्कूल में जगह-जगह दरार देखने को मिली। इसके बीच में स्कूल टीचर इन बच्चों को पढ़ाते देखे जा सकते हैं। जब हमने इन बच्चों से इस स्कूल के बारे में जाना तो उन्होंने कहा कि क्या कर सकते हैं। कई बरसों से इसी तरह से इस स्कूल में पढ़ रहे हैं। जब स्कूल की बदतर हालत के बारे में जिम्मेदार अधिकारियों से बात करनी चाही तो यहां के स्कूल प्रभारी और शिक्षा अधिकारी ने बजट न होने की बात की और अपनी बातों से आनाकानी करते, अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आए।

कई अनियमितता देखने को मिली

वहीं उससे आगे घटेरा के स्कूलों का जायजा लिया तो उन्हें स्कूलों में भी बच्चों के खाने बनाने वाले समूह में भी कुव्यवस्था देखने को मिली। बच्चों ने स्वराज की टीम को बताया कि स्कूल में इस समूह द्वारा इन बच्चों को जली रोटी और खाना भी कम पड़ते हैं। यहां की आंगनवाड़ी में भी बच्चे कम पाए गए और पानी छत से गिरते हुए देखा गया। हमारे कैमरे के सामने कोई शिक्षक बोलने को तैयार नहीं हुआ। छुपते-छुपाते नजर आए साबिर कई स्कूलों में अभी पानी गिरते देखा गया।

जर्जर हालत में हो रहे स्कूल

स्कूलों में शिक्षक समय पर और समय से पहले जाते इन ग्रामीणों द्वारा कहा जा रहा है किशोर किसी शिक्षा अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है और ना ही समय-समय पर जाकर इन स्कूलों को शेयर किया जा रहा है। शिक्षक अपनी मनमानी से बाज नहीं आते और बच्चे शिक्षण से हो रहे हैं वंचित। शिक्षकों को सरकार द्वारा भरपूर 40 से 50 हजार तक सैलरी देती है, मगर शिक्षक अपनी लापरवाही हमेशा की तरह करते नजर आ रहे हैं। इसी तरह से यदि हर शिक्षा विभाग का यही हाल रहा तो साक्षरता मिशन का क्या होगा। शिक्षा का विकास किस तरह होगा, यह सोचने वाली बात है।