Aug 21, 2019
सतीश दुबे - प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी के गृह नगर का सिविल अस्पताल इन दिनों बीमार अस्पताल बन चुका है। यहाँ के सिविल अस्पताल में BMO अरविंदर शर्मा और बीमार अस्पताल की हकीकत का नजारा, तब देखने को मिला जब सिविल अस्पताल में मेटरनिटी डिलेवरी वार्ड की बिजली बंद हो गई, और अस्पताल में लगभग पांच घंटे तक लाईट न होने से वार्ड में भर्ती 20 से अधिक नवजात बच्चे और प्रसूता महिलाए तड़पती रही। गर्मी और गंदगी से पनपे मच्छरों से बचने के लिए हाथ के पंखे व पेपर के सहारे अपने नवजात बच्चों की हवा करती रही।
अस्पताल प्रबंधन मूक दर्शक बना रहा
अस्पताल प्रबंधन ने इतना सब होने के बाद भी न तो बिजली विभाग के अधिकारियों को सूचना दी और न ही अस्पताल में रखा जनरेटर चालू करने की कोशिश की। वहीं प्रसूता महिला के परिजनों ने जब अस्पताल के BMO अरविंदर शर्मा को फोन पर जानकारी दी तो BMO साहब ने ग्वालियर मीटिंग में होने की बात कहकर फोन काट दिया। जब इस बात की जानकारी एसडीएम ओर जिला कलेक्टर को दी गई तो पांच घण्टे बीत जाने के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों को फोन कर बुलाया गया और लाइट सही कराई गई। तब जाकर नवजात बच्चों और भर्ती प्रसूताओं ने चेन की सांस ली।