Oct 7, 2019
हेमन्त वर्मा - जब भाई और माँ ने कर्ज के पैसे चुकाने के लिए मदद नहीं की तो ओरछा के गंज निवासी पुष्पेंद्र यादव ने दोस्तों के साथ मिलकर रच दी खुद के अपहरण की साजिश। जी हां, मामला ओरछा पुलिस थाने का है, जहाँ गंज निवासी पुष्पेंद्र की अपहरण की सूचना से इलाके में सनसनी फैल गई। अपह्रत के भाई नरेंद्र यादव ने 4 तारीख को पुलिस को सूचना दी की कि उसके भाई का किसी ने अपहरण कर लिया है और अपहरणकर्ता 5 लाख की फिरौती मांग रहे हैं। पुलिस ने इस पूरे मामले में विभिन्न पहलुओं पर जांच करना शुरू किया तो पता चला कि पुष्पेंद्र कुछ समय से कर्जे में था और मां और भाई नरेंद्र से कर्जा चुकाने के लिए रुपये मांग रहा था।
48 घण्टे में पुलिस ने किया खुलासा, फिरौती के लूट कर लिया गया मोबाइल कॉल बना खुलासे की वजह
इन सबके बीच जिस नंबर से फिरौती के लिए फ़ोन आया, उसको सर्विलेंस पर डाला गया तो राजगढ़ उत्तरप्रदेश निवासी राजवीर के नाम पता चला। यहीं से इन अपराधियों के पकड़े जाने का रास्ता साफ हुआ। पुलिस को राजगढ़ पहुँचकर पता चला कि यह फ़ोन तो एक दिन पूर्व लूटा गया। फिर क्या था पीड़ित को फ़ोटो दिखाने पर पुलिस कहानी समझ चुकी थी। पुष्पेंद्र, उसके दोस्त मोनू यादव व नितेश यादव ने मिलकर यह साजिश रची थी। लोकेशन के आधार पर पुलिस ने इन तीनों को बिजौली के एक ढाबे के पास ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पुष्पेंद्र व उसके साथियों ने सुनियोजित ढंग से रची गई अपहरण की वारदात को स्वीकार किया। कुल मिला कर खुद के कर्ज चुकाने के लिए पुष्पेंद्र एक आम इंसान से अपराधी बन गया। घटनाक्रम इसी ओर इशारा करती है।