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ग्वालियरः नगरीय निकाय चुनाव से पहले ही नगर निगमों में छिड़ा सियासी संग्राम

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Dec 4, 2019

विनोद शर्मा - मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव से पहले नगर निगमों में सियासी संग्राम मचा हुआ है। मामला ग्वालियर नगर निगम का है। जहां नगर निगम के कमिश्नर और अधिकारियों के खिलाफ निगम के विशेष सम्मेलन में निंदा प्रस्ताव लाया गया। जिस पर जमकर हंगामा भी हुआ। बीजेपी के पार्षद दल का कहना था कि नगर निगम चुनाव का वक्त आ गया है, लेकिन कांग्रेस पार्षद अपने क्षेत्र में कमिश्नर से फाइलें सेंशन करा रहे है। बीजेपी के पार्षदों के वार्ड में काम नहीं हो रहे हैं। जिससे उन्हें आने वाले चुनाव में नुकसान होगा। जिसको लेकर बीजेपी के पार्षदों ने कई बार निगम कमिश्नर को लिखकर और मिलकर भी बताया है। लेकिन निगम कमिश्नर नहीं सुन रहे हैं। इसलिए वह निंदा प्रस्ताव लाये हैं।

बीजेपी के निंदा प्रस्ताव का कांग्रेस ने नहीं किया समर्थन

वहीं बीजेपी के निंदा प्रस्ताव का कांग्रेस ने समर्थन नहीं किया। कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि बीते साढ़े 4 साल में बीजेपी पार्षदों और MIC  ने ऐसे कई प्रस्तावों को शहर में अमल में लाये थे। जिन पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप थे लेकिन उन मामलों की जांच नहीं की गई। इसलिए निगम परिषद में हंगामा कर रहे हैं। इसके साथ ही निगम परिषद की बैठक में कल अवैध तलघर के मामले में 2 मजदूरों की मौत का मामला भी जमकर गूंजा। जिसमें पार्षदों ने आरोप लगाया कि अवैध तलघरों का निर्माण चल रहा था। इसमें दोषी निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिसके बाद निगम कमिश्नर संदीप मखिन ने आनन फानन में निगम के बिल्डिंग निरक्षक सतेंद्र सोलंकी को निलंबित कर दिया। वहीं सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा और अस्सिस्टेंट सिटी प्लानर प्रदीप जादोन को नोटिस जारी कर जबाब तलव किया है।