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ग्वालियरः किसानों के मुद्दों की राजनीति गरमाई, भाजपा-कांग्रेस करेंगे आंदोलन

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Nov 3, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा - मध्यप्रदेश में किसानों के मुद्दों की राजनीति गरमा गई है। एक तरफ कांग्रेस  सोमवार से किसानों के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने जा रही है, तो वहीं भाजपा भी प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार की विफलताओं और किसानों को मुआवजा नहीं दिए जाने जैसे मुद्दों को जनता के बीच भुनाने की कवायद में जुट गई है। भाजपा भी सोमवार से मौजूदा प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने जा रही है। ऐसे में किसानों के मुद्दे पर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर ने बीजेपी सांसदों पर निशाना साधा है तो वहीं भाजपा सांसद विवेक शेजवलकर ने भी प्रदेश सरकार को हर मुद्दे पर विफल बताया है।

केंद्र सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप

प्रदेश के मौजूदा भाजपा सांसदों पर बयान देते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि प्रदेश में 29 सीटों में से 28 पर बीजेपी सांसद हैं लेकिन सभी सांसद किसानों के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं केंद्र सरकार भी किसानों को मुआवजा देने के मामले में सौतेला व्यवहार कर रही है जिसको लेकर कांग्रेस कल यानी सोमवार से किसानों के हक को लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी और अगर जरूरत पड़ी तो वे किसानों के मुद्दे पर दिल्ली में डेरा डालेंगे। प्रदेश की कैबिनेट मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर के द्वारा भाजपा सांसदों पर दिए गए इस बयान के बाद तुरंत ही ग्वालियर से भाजपा सांसद विवेक शेजवलकर का भी जवाब सामने आया है। सांसद विवेक शेजवलकर का कहना है कि किसानों के मुआवजे के मामले में जमीनी स्तर पर ठीक ढंग से सर्वे नहीं हुआ है। अधिकारी कुछ कहते हैं और मंत्री कुछ और कहते नजर आते हैं। मौजूदा कांग्रेस सरकार ने लगभग वे सभी काम बंद कर दिए हैं, जो शिवराज सिंह सरकार में जो काम शुरू हुए थे। ऐसे में  कांग्रेस को केंद्र सरकार पर आरोप लगाने का कोई हक नहीं है।

दोनों ही पार्टी अपने आप को किसानों के हितेषी बताने की राह में

सांसद के मुताबिक कांग्रेस सरकार कुम्भकर्णी नींद में है। उनसे स्थिति संभल नहीं रही तो वे अब किसानों के मुद्दे पर बहानेबाजी कर रहे हैं। इसी को लेकर प्रदेश में बीजेपी 4 नवंबर को कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रही है। दोनों ही पार्टी अपने आप को किसानों के हितेषी बताने की राह में एक दूसरे को आगे बताने की होड़ में लगी हुई है। एक तरफ जहां कांग्रेस सोमवार यानी कल से केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी तो वहीं भाजपा भी आंदोलन के जरिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरेगी। लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि दोनों ही प्रमुख पार्टियों के आंदोलन में प्रमुख बिंदु किसानों से जुड़ा मुद्दा है। ऐसे में इन दोनों पार्टियों के आंदोलन से किसानों को कितना फायदा पहुंचता है. यह तो समय ही बताएगा।