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ग्वालियरः जयारोग्य अस्पताल की हवा शहर के अन्य इलाकों की अपेक्षा ज्यादा प्रदूषित

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Apr 4, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर-चंबल संभाग के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल की हवा शहर के अन्य इलाकों की अपेक्षा ज्यादा प्रदूषित है। महाराज बाड़ा जैसे व्यावसायिक क्षेत्र से भी ज्यादा प्रदूषित। बाड़ा में धूल के कण पीएम 10 की मात्रा 136 है, जबकि अस्पताल परिसर में जनवरी माह में पीएम 10 की मात्रा 154 दर्ज की गई थी। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के मानक के अनुसार इन कणों की अधिकतम मात्रा 100 होना चाहिए। हवा में घुल रहे धूल-धुएं के मोटे कणों का असर यहां आने वाले मरीजों की सेहत पर भी पड़ेगा।

मरीजों की आंखों में जलन औैर सांस लेने में तकलीफ तथा घबराहट होने का मामला

डॉक्टरों के अनुसार इन हालातों के कारण अस्थमा के रोगियों की समस्या और बढ़ जाती है। अन्य बीमारियों के मरीजों की आंखों में जलन औैर सांस लेने में तकलीफ तथा घबराहट होने लगती है। खास बात यह है कि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (पीसीबी) की नजर में मामला आने के बाद इस गंभीर समस्या का तत्काल समाधान किया जाना था, लेकिन समाधान की बात तो दूर, बोर्ड ने स्टाफ कम होने की बात कहकर पिछले दो माह से इस क्षेत्र की हवा में प्रदूषण की मात्रा की मॉनीटरिंग ही बंद करा दी। लेकिन जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन ने प्रदूषण की रेंटिग आने के बाद अस्पताल की सफाई कंपनी पर जुर्माना लगाया है। जयारोग्य अस्पताल में इसलिए बढ़ रहा है प्रदूषण।