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ग्वालियरः हाइवे पर ढाबे की आड़ में देह व्यापार के बड़े रैकेट का खुलासा

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Mar 27, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर के हाइवे पर ढाबे की आड़ में देह व्यापार के बड़े रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया है। सिपाही ट्रक ड्राइवर बनकर ढाबे पर पहुंचा। उसने तीखी मिर्च मांगी तो उसके सामने एक महिला खड़ी कर दी। 500 रुपए रेट भी बताई। फिर क्या था घेराबंदी कर पुलिस ने हाइवे पर चल रहे देह व्यापार के रैकेट को पकड़ लिया। दो ढाबे व एक गुमटी से पुलिस ने 4 महिलाओं सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ देह व्यापार की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पकड़ी गई चार महिलाओं में से 3 बेड़िया जाति की हैं। गिरोह हर दिन महिलाओं को बदलकर शिवपुरी से लेकर आते थे। फिलहाल पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

ट्रक ड्राइवर का भेष बना कर पहुंची थी पुलिस

दरअसल कई दिनों से नेशनल हाइवे क्रमांक-3, आगरा-मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोहना थाना क्षेत्र में ढाबों पर से देह व्यापार चलने की सूचना पुलिस तक पहुंच रही थी। पर जब भी पुलिस ढाबों पर पहुंचती तो वहां सामान्य स्थिति मिलती थी। इस बार पुलिस ने बड़ा जाल फैलाया और दो सिपाही अलग-अलग ट्रक लेकर चालक के भेष में अरुण शर्मा के ढाबे पर पहुंचे। यहां पूछा कुछ खास मिलेगा। ढाबा संचालक ने पूछा क्या खास तो ट्रक चालक बना सिपाही बोला कुछ मिर्च। इस पर उसे पास ही एक गुमटी पर ले जाया गया। यहां एजेंट महिला ने एक महिला उसके सामने खड़ी कर दी और बोली 500 रुपए लगेंगे। इतने में सिपाही ने अपनी टीम को इशारा किया। इसके बाद कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही चारों तरफ से दो ढाबों व एक गुमटी पर पुलिस फोर्स टूट पड़ी। जहां से 7 युवक व 4 महिलाओं को पुलिस ने पकड़ा है। जिनमें से 3 महिलाएं शिवपुरी से देह व्यापार के लिए लाई गई थीं। एक महिला एजेंट थी जो बुकिंग करती थी।

ढाबा संचालक, अन्य वर्कर के साथ 4 महिलाएं भी पकड़ी गईँ

पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर ढाबा संचालक अरुण शर्मा, बलवीर गुर्जर के अलावा सोनू गुर्जर, भगवान कुशवाह, दीपक मुदगल, अवधेश शर्मा, शेरा सिंह यादव पकड़े गए हैं। साथ ही 4 महिलाएं भी पकड़ी गई हैं। जिनमें से एक एजेंट महिला थी, जिसकी गुमटी से धंधा चलता था। जबकि तीन महिलाएं शिवपुरी के बेड़िया समाज की थीं। पूछताछ में ढाबा संचालक अरुण शर्मा ने पुलिस अफसरों को बताया कि वह शिवपुरी से महिलाओं को अपनी कार में लेकर आते थे। दो दिन रखने के बाद उन्हें छोड़ आते थे और अन्य महिलाओं को ले आते थे। यह सभी महिलाएं शिवपुरी के बेड़िया जनजाति की हैं। यह रैकेट कई महीनों से चल रहा है। रूटीन में इस रूट से निकलने वाले ट्रकों का स्टाफ यहां लगातार रुक रहा है। साथ ही रेट को लेकर भी आरोपियों ने खुलासा किया है कि वह 500 रुपए की डिमांड करते थे।