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भोपालः फिर रौंदी गई एक मासूम बच्ची, दरिंदों ने की हत्या, कब तक चलेगा यह क्रम

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Jun 10, 2019

दुर्गेश गुप्ता- यूपी के अलीगढ़ के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी दिल दहला देने वाला किस्सा सामने आया है जहां पर मासूम के साथ दुष्कर्म किया गया, फिर बाद में हत्या कर दी गई। अब तक पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

कहते हैं नन्ही बच्चियां मां देवी का रूप होती हैं, लेकिन इन दरिंदों को कौन समझाए कि जो आए दिन छोटी-छोटी बच्चियों को अपना शिकार बनाते हैं। ऐसी ही एक घटना हुई मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कमलानगर स्थित मांडवा झुग्गी बस्ती में रहने वाली 8 साल की मासूम के साथ। इउस मासूम के पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति ने पहले तो उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी।

7 पुलिसकर्मियों को लापरवाही के तहत किया सस्पेंड

पुलिस अधिकारियों की मानें तो मासूम से उसके पड़ोस में रहने वाले विष्णु नाम के व्यक्ति ने दरिंदगी की है। शार्ट पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म किया गया और उसके बाद उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी गई। मामले की जानकारी जैसे ही फैली, वैसे ही पुलिस अधिकारियों ने 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। दरअसल पीड़िता के परिवार वाले कल थाने में मदद की गुहार लगाने गए थे, लेकिन पुलिस ने लेटलतीफी कर दी, जिसका परिणाम यह हुआ कि मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री वाला बच्चन का कहना है कि कहीं ना कहीं लापरवाही बरती गई है जिसके चलते पुलिस विभाग के अधिकारियों पर भी गाज गिरना लगभग तय है। वहीं अब तक 7 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं आरोपी की शिनाख्त कर ली गई है।

गृहमंत्री ने कहा अपराधिक गतिविधियों को कम करने के लिए लगातार कानून में कसावट कर रहे

20 थानों की टीमें बनाई गई हैं जो जांच पड़ताल में लगी हुई हैं गृह मंत्री दावा कर रहे हैं कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रदेश मे हाल ही में हुई यह दूसरी घटना है। लगातार बढ़ रहे अपराध के ग्राफ को लेकर गृहमंत्री से सवाल किए जाने पर बाला बच्चन ने कहा कि हाल ही की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में अपराध कम हुए हैं, मगर कम होना ही हमारा लक्ष्य नहीं है, हम पुलिस महकमे के साथ अपराधिक गतिविधियों को कम करने के लिए लगातार कानून में कसावट कर रहे हैं। साथ ही हमारा प्रयास है कि प्रदेश में ऐसी घटनाएं बिल्कुल ना हों।

भोपाल के आईजी ने फरार आरोपी पर किया 20000 का इनाम घोषित

घटना निंदनीय और शर्मनाक होने के चलते भोपाल पुलिस पर भी कई सवाल खड़े कर गई है क्योंकि बीती रात जब मासूम के घरवाले थाने मदद की गुहार लगाने गए थे, तब पुलिस वालों ने उनकी मदद नहीं की। जिसका परिणाम यह हुआ की मासूम अब इस दुनिया में नहीं रही। भोपाल पुलिस की माने तो आरोपी की शिनाख्त कर ली गई है, आरोपी पड़ोस में रहने वाला ही एक युवक है। बहरहाल अभी आरोपी फरार है। हमारी टीम लगातार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। वहीं बच्ची की पीएम रिपोर्ट मे गला दबाने और मुहं दबाने से बच्ची की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस को विष्णु की लोकेशन खंडवा और उज्जैन की मिल रही है जिसके चलते पुलिस ने अपनी टीमों को खंडवा और उज्जैन के लिए रवाना कर दिया है। वहीं भोपाल के आईजी ने फरार आरोपी पर 20000 का इनाम घोषित कर दिया है।

राजनीतिक हस्तियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की

मासूम के दुष्कर्म के बाद हत्या की खबर जैसे ही फैली वैसे ही राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई। भोपाल की सांसद प्रज्ञा साध्वी मासूम के घर पहुंची। प्रज्ञा ने इस घटना को शर्मनाक बताया और कहा कि आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्यवाही करते हुए फांसी की सजा सुनाई जाए। साथ ही कहा कि समाज में जागरूकता की जरूरत है। वह अपने बच्चों का ख्याल रखें। वहीं उस क्षेत्र से पूर्व विधायक और मंत्री उमाशंकर गुप्ता भी पहुंचे, जिन्होंने घटना को निंदनीय और शर्मनाक बताया। साथ ही मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। मृत बच्ची के जनाजे पर कांग्रेस के वरिष्ट नेता दिग्विजय सिंह और उनकी धर्म पत्नी अम्रता सिंह साथ ही प्रदेश के जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा कब्रिस्तान पर पहुँचे। वहीं दिग्विजय सिंह ने घटना की निदां करते हुए कहा लापरवाही पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई कर दी गई है। वहीं अपराधी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही यह केश फास्ट ट्रैक पर चलाया जाएगा।

कानून को सख्त करने की जरूरत है

कब तक मासूमों का रेप होगा, रेप के बाद हत्या कर दी जाएगी, इसके बाद हम यही कहेंगे कि जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी हो और उसे फांसी की सजा सुनाई जाए, लेकिन यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी मासूमों के साथ दुष्कर्म की वारदातें हुई हैं। भोपाल कोर्ट ने मासूम दुष्कर्म मामले में एक व्यक्ति को फांसी की सजा भी दी गई थी, लेकिन कब तक मासूम के घर वाले कोर्ट के चक्कर काट रहे है। क्या जाने कब सजा पर अमल होगा या फिर फांसी की सजा के बाद भी वह अपनी ऊपरी अदालत से जमानत ले आएगा और फिर आम जनता के बीच में घुसकर वह दरिंदा अंगली वारदात को अंजाम देने के लिए सोचेगा। अब देश और प्रदेश की जनता ने यह मूड बना दिया है कि ऐसे आरोपियों को समाज में रहने का कोई हक नहीं है। ऐसे लोगों को बीच चौराहे पर बांधकर गोली मार देनी चाहिए, लेकिन क्या करें हमारा यह लचीला कानून इन दरिंदों को भी बचा लेता है।