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कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण, व्यवस्था सुधारने के दिए आदेश

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Apr 5, 2018

रतलाम में बुधवार सुबह जिला अस्पताल के निरीक्षण पर कलेक्टर रुचिका चौहान पहुंची। जिले की नवागत कलेक्टर रुचिका चौहान पदभार ग्रहण करने के बाद बुधवार सुबह पौने ग्यारह बजे अचानक जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची। नवागत कलेक्टर ने ओपीडी से लेकर पूरे अस्पताल परिसर का पैदल भ्रमण कर व्यवस्था परखी और कई स्थानों पर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। ओपीडी के हाल पर नवागत कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की। मरीजों की भीड़ को देखते हुए उन्होंने एक बार शाम के समय निरीक्षण करने की भी बात कही।

उन्होंने अस्पताल व्यवस्था को देखते ​हुए कहा कि ओपीडी की व्यवस्था सुधारें, जहां एक साथ इतने मरीज हैं, वहां एक-एक डॉक्टर कैसे संभाल सकते हैं। वार्ड में कितनी भीड़ है, स्टाफ ध्यान क्यों नहीं देता है। आप लोग समय पर आए और संवेदना के साथ मरीजों का परीक्षण करें। लोग परेशानी में ही अस्पताल आते हैं।

ड्यूटी कक्ष में कुछ डॉक्टरों के बाहर जाने को लेकर भी नाराजगी जताई और हिदायत दी कि ओपीडी के समय सभी डॉक्टर समय पर पूरी संवेदना के साथ मरीजों का परीक्षण करें।

-स्टाफ को निर्देश दिए कि मरीजों की देखरेख में टालमोटल वाला रवैया न अपनाया जाए और विशेष रूप से सफाई को लेकर सख्ती रखें।

-खाली हुए प्रसूती वार्ड का निरीक्षण कर इसका रखरखाव कर मेडिकल और अन्य उपयोग में लेने के लिए कहा।

-ट्रामा सेंटर में निरीक्षण करने के दौरान ड्यूटी नर्स द्वारा एप्रिन नहीं पहनने पर सभी कर्मचारियों को यूनिफार्म में ही रहने के निर्देश दिए।

-सर्जिकल यूनिट, डायलिसिस सेंटर में जाकर व्यवस्था देखी।

– आयुष परिसर में जाकर मरीज न दिखने पर सवाल किया कि यहां मरीज नहीं आते हैं।

– ड्यूटी स्टाफ से मरीजों की संख्या दर्ज करने वाले रजिस्टर को देखा और स्टाफ से योजना का प्रचार करने के लिए भी कहा।

निरीक्षण के बाद मीडिया से चर्चा में कलेक्टर ने बताया कि फिलहाल उन्होंने व्यवस्थाओं को देखा और समझा है। इसमें सुधार के लिए जिला अस्पताल के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। उन्होंने ब्लड बैंक में मौजूद ब्लड सेपरेटर यूनिट के बंद होने पर इसे जल्द शुरु करवाने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में छोटे-छोटे स्थानों पर स्वास्थ सेवाएं बढ़ाने और दुरुस्त करने की कोशिश की जाएगी ताकि यहां दबाव कम हो सके और मरीजों को घर के समीप ईलाज मिले।