Loading...
अभी-अभी:

भ्रष्टाचार के छाँव तले चल रही राज्य शिक्षा सेवा की भर्ती प्रक्रिया

image

Feb 16, 2019

नवीन मिश्रा- सिंगरौली जिले में चल रही राज्य शिक्षा सेवा की भर्ती प्रक्रिया में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। आलम यह है कि नियमों को दरकिनार कर जिम्मेदार अधिकारी अपने चहेतों की भर्तियां कर रहे हैं और बाकी लोगों को दावा व आपत्ति के नाम पर भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दे रहे हैं।

चयन प्रक्रिया में ऐसे होती है धांधली

सिंगरौली जिले में राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा राज्य शिक्षा सेवा की भर्ती प्रक्रिया की जा रही है। जिले के 3572 वरिष्ठ अध्यापक और अध्यापकों का राज्य शिक्षा केंद्र में संविलियन होना है। यह पूरी प्रक्रिया संदेह के दायरे में हैं। शिक्षक इस बात का आरोप चयनकर्ताओं पर लगा रहे हैं। उनका कहना है कि जिस नियम के तहत किसी दूसरे अध्यापक की नियुक्ति की जा रही है, उसी नियम के तहत दूसरे अध्यापक को दावा व आपत्ति के नाम पर वेटिंग सूची में डाल दिया जा रहा है। इसके बाद चयनकर्ताओं का पैनल और उसके मुखिया वेटिंग सूची में गए अध्यापक को फोन लगा कर बुलाते हैं। यह बात पूरी भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहा है।

आरोप लगने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं

सिंगरौली जिले में हद तो तब हो जाती है जब ऐसे आरोप लगने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती है। इतना ही नहीं जिस वरिष्ठ अध्यापक को इस प्रक्रिया का नोडल अधिकारी बनाया गया है, वह खुद राज्य शिक्षा विभाग के नियमों की अनदेखी कर अपने पद पर बने हुए हैं। ऐसे में आरोप लगना लाज़मी हैं, लेकिन इसके बाद भी अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि सारी प्रक्रिया नियम के तहत हुई है। बड़ी हैरत की बात है की इतने गंभीर आरोप के बाद भी कैसे वरिष्ठ अध्यापक और नोडल अधिकारी इस बात की सफाई दे रहे हैं। आखिर ऐसे अधिकारियों से न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है, जो खुद अन्याय कर पदों में बैठे हुए हैं और नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।