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पार्टी में टिकट की दावेदारी करने वाले कार्यकर्ता ले रहे धार्मिक आयोजनों का सहारा

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Apr 14, 2018

मौजूदा विधायक से लेकर अपनी पार्टी में टिकट की दावेदारी करने वाले कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्रों में धार्मिक आयोजनों का सहारा ले रहे हैं। बीते एक महीने से ग्वालियर में राजनेताओं के द्वारा लगातार धार्मिक आयोजन कराए जा रहे हैं। हाल ही में कैबिनेट मंत्री जयभान सिंह पवैया ने राष्ट्रीय रामायण मेला कराया है, तो वहीं अब हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी के बेटे श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करवा रहे हैं वही इन धार्मिक आयोजनों को लेकर कांग्रेस जमकर बीजेपी पर चुटकी ले रही है।

मध्यप्रदेश में भले ही 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 8 महीने से ज्यादा का वक्त बचा हो लेकिन जिले की ग्वालियर विधानसभा इन दोनों जमकर चर्चाओं में है। चर्चा की वजह यह है कि मौजूदा विधायक से लेकर बीजेपी में टिकट के दावेदार धार्मिक आयोजन करा रहे हैं। जिससे जनता से सीधे संपर्क हो, इसके लिए वह इस आयोजन के जरिए 121 बातचीत भी कर रहे हैं। जिस पर कांग्रेस चुटकी ले रही है। 

ग्वालियर में सबसे पहले जयभान सिंह पवैया ने राष्ट्रीय रामायण मेला कराया फिर विक्रम विजयोत्सव, जो कि ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में किया गया। अब हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी के बेटे राजेश सोलंकी भी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करा रहे हैं। उनके मुताबिक उनकी कथा ग्वालियर में पहली कथा है, जिसे उन्होनें देवी श्रीमद् भागवत कथा का नाम दिया है। जिसे आशुतोष महाराज का दिव्य ज्योति संस्थान कर रहा है। इसके साथ ही भिंड जिले के लहार में मौजूद रावतपुरा सरकार के आयोजन में राज्यसभा सांसद प्रभात की भी बड़ी भूमिका है। वहीं राजेश सोलंकी का कहना है कि कांग्रेसी लकीर पीटने का काम बंद करें बल्कि खुद भी इतने बड़े आयोजन करके दिखाएं।

ग्वालियर में सबसे पहले जयभान सिंह पवैया ने राष्ट्रीय रामायण मेला कराया फिर विक्रम विजयोत्सव, जो कि ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में किया गया। अब हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी के बेटे राजेश सोलंकी भी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करा रहे हैं। उनके मुताबिक उनकी कथा ग्वालियर में पहली कथा है, जिसे उन्होनें देवी श्रीमद् भागवत कथा का नाम दिया है। जिसे आशुतोष महाराज का दिव्य ज्योति संस्थान कर रहा है। इसके साथ ही भिंड जिले के लहार में मौजूद रावतपुरा सरकार के आयोजन में राज्यसभा सांसद प्रभात की भी बड़ी भूमिका है। राजेश सोलंकी का कहना है कि कांग्रेसी लकीर पीटने का काम बंद करें बल्कि खुद भी इतने बड़े आयोजन करके दिखाएं।

जिले में अकेले ग्वालियर विधानसभा एक मात्र विधानसभा है, जिसमें इतने बड़े आयोजन किये जा रहे है जिसमें कहीं ना कहीं BJP के विधायक से लेकर पार्टी में टिकट के दावेदारों पर सवाल पैदा हो रहे हैं। सवाल इसलिए भी लाजमी है, क्योंकि धार्मिक आयोजन इससे पहले BJP के, ना तो विधायक ने किए ना ही टिकट के दावेदारों ने किए। लेकिन चुनाव नजदीक आने से यह धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। जिसमें सीधे तौर पर वोटरों को लुभाने की कोशिश की जा रही है ऐसे में सवाल यही है कि इन आयोजन से आयोजक अपनी पार्टी से लेकर वोटरों को खुश करने में कामयाब हो पाएंगे।