Jul 30, 2019
संजय डोंगरदिवे- प्रदेश में सिंथेटिक दूध एवं दूध उत्पादों के विरूद्ध सरकार द्वारा बहुत ही जोर शोर से मुहिम चला रही है। जगह-जगह दुकानों और गोदामों में छापे पड़ रहे हैं। कई मिलावटखोर गिरफ्तार किये गये हैं और आगे भी कार्यवाही की जा रही है। मिलावटखोर की दुकानों को सीलबंद किया जा रहा है। इस मुहिम को लेकर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि प्रदेश को जल्द ही मिलावट मुक्त प्रदेश बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल से सिंथेटिक दूध का कारोबार चल रहा है पर सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
कैमिकल से पकने वाले फलों के खिलाफ भी मुहिम शुरु की जाएगी
मंत्री का कहना है कि कैमिकल से पकने वाले फलों के खिलाफ भी मुहिम शुरु की जाएगी। कमलनाथ सरकार सुप्रीमकोर्ट के आदेश का भी पालन कराएगी। बीजेपी सरकार में 13 हजार नमूने लिए गए लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। एमपी का भविष्य जमाखोर लोग खराब करना चाहते हैं। सीएम कमलनाथ ने सख्त निर्देश दिए हैं कि नकली मावा और दूध का कोई इस्तेमाल ना करने पाए। प्रदेश को खोखला करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। ब्लाक, तहसील स्तर पर भी दूध से बनी सामग्री की जांच हो रही है। पहले की सरकार में भी इस तरह की शिकायतें आ रही थीं लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं जुटाई। जमाखोंरों के लिए यहां कोई जगह नहीं है। मिलावट के दूध से 2025 तक 87 फीसदी लोग बीमार होने वाले हैं।