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TI की प्रताड़ना से तंग आकर आरक्षक ने लगाई फांसी

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Oct 18, 2017

जबलपुर : प्रदेश में छोटे पुलिस कर्मी किस तरह मानसिक तनाव में आ कर आत्मघाती कदम उठाते है, उसकी बानगी आज देखने को मिली। हाल ही में जबलपुर पहुंचे प्रदेश के डीजीपी जबलपुर पुलिस को तनाव मुक्त रहने के लिए कह कर गए थे, लेकिन उनके जबलपुर से जाने के 24 घंटे के अन्दर ही एक आरक्षक ने तनाव के कारण फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।   

जबलपुर के थाना सिविल लाइन में आरक्षक के पद पर पदस्थ विक्रम जांगले ने अपने पुलिस क्वाटर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी, लेकिन आत्महत्या करने के पहले विक्रम जांगले ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था।

जिसमें किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराना लिखा हुआ है, लेकिन मृतक के पिता रविन्द्र जांगले इस बात से बिलकुल इतेफाक नहीं रख रहे है। उनका साफ कहना है कि उनके बेटे ने थाना प्रभारी की प्रताड़ना से तंग आ कर आत्महत्या की हैं, क्योंकि उसने फोन कर अपने ऊपर हो रही प्रताड़ना की कहानी खुद बताई थी।

इसी बात को लेकर मृतक विक्रम जांगले के पिता गुलाबी गैंग की प्रदेश कमांडर के साथ रात 2 बजे से थाना सिविल लाइन के सामने चक्का जाम कर दिया था और इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कर थाना प्रभारी अरविन्द जैन पर कड़ी कार्यवाई करने की मांग कर रहे थे।

रात दो बजे से वीआईपी रोड पर चक्का जाम कर बैठे मृतक आरक्षक के परिजनों को हटाने सुबह पहुंची पुलिस ने उन्हें हमेशा की तरह जांच कर कार्यवाई करने का आश्वासन दे कर चक्का जाम तो खुलवा दिया, लेकिन मीडिया से पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या जांच होगी और प्रताड़ित करने वालों पर क्या कार्यवाई की जाएगी? इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस के आला अधिकारी भी इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। आपको बता दें कि मृतक विक्रम जांगले अपनी ड्यूटी के दौरान सब इंस्पेक्टर की तैयारी में भी लगा हुआ था।