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मामला पन्ना जिले का जहां शिक्षा पाने के लिए बच्चे ​कर रहे जद्दोजहद

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Sep 14, 2018

राहुल जैन : प्रदेश सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भले ही लाख दावे कर ले और योजनाओं का पिटारा खोल दे लेकिन जमीनी स्तर पर और ग्रामीण स्तर पर शिक्षा का जो आज स्तर है। वह किसी से छिपा नहीं है मामला पन्ना जिले की तहसील सिमरिया के ग्राम पंचायत सिंघवारा के ग्राम टिकरी शासकीय माध्यमिक शाला का है जहां पर शिक्षा पाने के लिए बच्चे जद्दोजहद कर रहे है देखिए इस रिपोर्ट में....

मामला पन्ना जिले के पवई विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत सिंघवारा के ग्राम टिकरी के प्राथमिक शाला का है जहां पर लगभग सैकड़ों छात्र-छात्राएं एक कच्चे रास्ते से गुजर कर स्कूल पहुंचते हैं रास्ता इतना बद से बदतर है कि जानवर भी चलना पसंद नहीं करेंगे, लेकिन मजबूर बच्चे उसी रास्ते से आधे पैर कीचड़ में चलकर रोते बिलखते स्कूल तक पहुंचते हैं। कई दफा तो स्कूल भी नहीं पहुंच पाते हैं और आधे रास्ते ही से ही घर वापस आना पड़ता है।

कई बच्चे ड्रेस पहनकर स्कूल जाते हैं लेकिन उनकी ड्रेस का कलर सही सलामत स्कूल तक नहीं पहुंचता, क्योंकि जो रास्ता है उस रास्ते से जब बच्चे गुजर कर जाते हैं तो ना तो उनकी ड्रेस सही सलामत रहती है ना ही उनकी हालत। अब सबसे बड़ी बात यह है कि जब प्रदेश सरकार स्कूल चले हम जैसे नारों के साथ मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की बात करती है लेकिन जिन रास्तों से बच्चों को स्कूल पहुंचना है उनको सुधारने का ना प्रशासन की तरफ से प्रयास किया जा रहा ​है और ना ही शासन की तरफ से।

सभी प्रशासनिक अधिकारी और राजनेता मोनहीन बने तमाशा देख रहे हैं लेकिन किसी को ना तो ग्रामीण स्तर के नौनिहालों की जिंदगी की फिक्र है और न ही नौनिहालों के भविष्य की चिंता है। ऐसा नहीं है कि इस गंभीर विषय की शिकायत जिला मुख्यालय पर बैठें अधिकारी कर्मचारियों को ना हो। तो आपको बता दें कि स्कूल प्रबंधन की तरफ से कई बार क्षेत्रीय विधायक से लेकर जिला के वरिष्ठ अधिकारियों तक इस बात की सूचना दे दी है। लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की जा सकी, लेकिन अब देखना होगा कि कब तक प्रशासन इस गांव में स्कूल तक का रास्ता बनवा पाती हैं या फिर इन नॉनिहालो को इसी कीचड़ भरी रास्ता का सफर कर अपना भविष्य तय करना होगा।