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लोगो के घरों में भरा पानी, लाखो खर्च कर दिए पैसे फिर भी हालात बन रहे बाढ़ जैसे

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Jul 31, 2018

अर्पित गुप्ता - नगर परिषद दबोह की सफाई अभियान की पोल उस समय खुल गई जब आधी रात से हो रही बारिश ने अपना रूप दिखाना शुरू किया तो सुबह नगर में हालात बाढ़ जैसे होने की कगार पर थे नगर की कोई भी वार्ड जल भराव से वंचित नही थी यहां तक कि नगर के कई वार्ड एक दूसरी वार्ड से कटते नजर आए जिसमे हरिजन बस्ती, चौक मोहल्ला, रीछा मोहल्ला, क़ुरचानियाँ मोहल्ला, पतारा मोहल्ला, पोस्ट ऑफिस वाली गली आदि मोहल्लों में जल भराव के कारण वार्ड वासियो के घरों में पानी अपनी दस्तक काफि हद तक देने लगा जिसकी वजह से नगर की कई वार्डो में कच्चे मकान धराशाही हुए है तो वहीं पक्के मकान भी पानी को कहर को नही रोक पा रहे हैं वार्डो में पानी भराव के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त होने की कगार पर है फिर भी अब तक इस पानी के कहर से निजाद दिलाने के लिए नगर परिषद का बाढ़ उड़नदस्ता व अधिकारी घटना स्थल पर नही पहुंचे और न ही कोई पानी निकासी की व्यवस्था की गई।

प्रत्येक माह सफाई के नाम पर 1 लाख 80 हजार की रकम हो रही खर्च

यहां बता दें कि नगर परिषद दबोह द्वारा स्वच्छता अभियान के नाम पर हर माह लाखो खर्च बताया जाता है फिर भी नगर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं यह हाल नगर दबोह की हर वार्ड का है जहाँ पर आपको नाले-नालियाँ बन्द दिखेंगी, सूत्र बताते हैं कि नगर में केवल कागजों में चल रहा स्वच्छता अभियान, हकीकत में क़स्बा डूबा गन्दी और दलदल में चिंतन का विषय तो यह है की नगर परिषद द्वारा प्रत्येक माह सफाई के नाम पर लगभग 1 लाख 80 हजार की रकम का खर्च होना बताया जाता है फिर भी नगर के नाले नालियाँ बरसात में उफान पर हैं।

नगर परिषद में 15 स्थाई 42 अस्थाई कर्मचारी कर रहे काम

जबकि नगर परिषद में 15 स्थाई कर्मचारी तथा 42 अस्थाई कर्मचारी सफाई के नाम पर काम करते हैं जिनका भुगतान प्रति माह 1 लाख 80 हज़ार रूपये किया जाता है जबकि इतनी बड़ी रकम सफाई के नाम पर एक माह में खर्च होना वो भी एक छोटे से कस्बे में अचम्भे की बात है फिर भी नगर में सफाई व्यवस्था दम तोड़ रही है यहां बताना मुनासिब होगा कि बीते रोज नगर परिषद द्वारा नगर में सफाई अभियान भी जोरो से चलाया गया पर केवल चुनिंदा जगह जिसका परिणाम आज यह है कि नगर दबोह में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं आगे आप सब समझ ही सकते हैं की इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बाबजूद भी सफाई व्यवस्था कैसी है।

पहले भी नगर बाढ़ का शिकार हो चुका है दबोह

यहाँ बता दे की नगर दबोह पहले भी बाढ़ का कहर देख चुका है,जी हां 21 सितम्बर 1990 को दबोह बाढ़ का कहर देख चुकी हैं और शायद नगरीय प्रशासन इसी का इंतजार कर रही हैं क्योंकि नगर परिषद ने जल निकासी की कोई व्यबस्था अभी तक नही की है उसी का परिणाम हैं कि नगर में आज बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गयए हैं।