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ज़िद व् जूनून के आगे सामाजिक परंपराए भी हारी, बाछड़ा समुदाय की बेटी बनी नायब तहसीलदार

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Feb 4, 2019

बीएल दमामी - नीमच जिला वैसे तो अफीम को लेकर विश्व प्रसिद्ध है वहीं देह व्यापार के धंधे को लेकर भी देश मे जाना जाता है बाछड़ा समुदाय की लड़कियों को इस दलदल से निकालने के लिए तीन साल पहले पुलिस व प्रशासन ने इस समुदाय की लड़कियों की शिक्षा के लिए कोचिंग व्यवस्था की थी जिसके नतीजन आज मनासा क्षेत्र के गाव हाड़ी पिपलिया के बाछड़ा समुदाय की टीना ने सामाजिक बदलाव करते हुए नायब तहसीलदार के ओहदे को छूकर अनूठी मिसाल समाज के लिए प्रस्तुत की है टीना प्रदेश बाछड़ा समुदाय की पहली बेटी है जिसका प्रशासनिक सेवा में चयन हुआ है। 

नायब तहसीलदार के पद पर चयनित हुई टीना

जिद व जूनून के आगे सामाजिक परंपराए भी हार मानने को मजबूर हो गई कुछ ऐसी ही जिद्द से सफलता को छुआ है ग्राम हाडी पिपल्या के बाछडा समुदाय की बेटी टीना पिता मुकेश मालवीय ने जब टीना ने सम्मान के साथ जीने का संकल्प लिया तो उसके कदमो को सामाजिक रितिरवाज भी नही रोक पाए परिवार के साथ ने टीना का होसला बढाया और आज वह प्रशासनिक सेवा मे नायब तहसीलदार के पद पर चयनित हो गई गांव के सरकारी स्कूल मे पढने वाली टीना का आईएस बनने का सपना है। अब वह समाज की बेटीयो को अपने सामाजिक व्यवसाय के दलदल से बाहर निकालकर शिक्षा की ओर आगे लाने पर जोर देने का प्रयास करेगी।

टीना की सफलता करेगी नई सोच का काम

टीना के नायब तहसीलदार बनने की खबर सुनते ही माता-पिता सहित बडी बहन की आंख से खुशी के आंसु निकल आएं टीना का कहना है कि सभी बेटीया सम्मान के साथ जिवन जीए निश्चित तौर पर समाज के लिए टीना की सफलता एक नई सोच का काम करेगी बेटी के नायब तहसीलदार पद पर चयन होने पर गांव पहुचने पर ग्रामीणो जोरदार स्वागत किया टीना के माता पिता खेती किसानी को काम करते है तीन बेटीया व तीन बेटे है बडी बेटी स्टाफ नर्स है और छोटी बेटी भी एमपीपीएससी की तैयारी कर रही है।