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टायर प्लांट के कारण दम घोटती वायु से रहवासी घर के बाहर सोने को मजबूर

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Mar 14, 2020

मेघनगरः मध्य प्रदेश के सबसे पुराने औद्योगिक क्षेत्र मेघनगर में गुजरात से बेदखल किए गए टायर प्लांट मेघनगर एवं आसपास के रहने वाले निवासियों को वायु प्रदूषण फैला कर मौत के आगोश में ले रहे हैं। इन टायर प्लांटों में गरीब असहाय आदिवासी मजदूरों की जिंदगी से साथ भी खिलवाड़ करते इन टायर प्लांटो काम करने वाले इन मजदूरों को किसी भी प्रकार के सेफ्टी किट,सेफ्टी मास्क, हेड केप उपलब्ध नहीं कराई जाती टायर जलाने से काफी जहरीली गैस निकलती है,जानलेवा वायु प्रदूषण फैलाने वाले टायर रीसाइक्लिंग प्लांटो की कई बार शिकायत होने के बावजूद भी बेलगाम धड़ल्ले से चल रहे हैं।

टायरों को खुले में जला कर निकाला जाता है ऑइल, कार्बन, तांबे के वायर

मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र  राज्यकीय हाईवे क्रमांक 26 व दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रेक मेघनगर से सटे हुए मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में इन दिनों वाम ऊर्जा, कैलीबर एवं महाकालेश्वर टायर रीसाइकलिंग प्लांट पिछले कई सालों से मेघनगर एवं आस के ग्रामीण क्षेत्र में जानलेवा वायु प्रदूषण का तांडव कर रहे हैं। गुजरात सरकार द्वारा वायु प्रदूषण फैलाने वाले उक्त प्लांटों को बैन कर दिया था। जिसके बाद समीपस्थ मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में उक्त टायर प्लांटो ने अपना डेरा जमा रखा है। वेस्ट टायर रीसाइक्लिंग टायर से ऑइल, कार्बन, तांबे के वायर निकाले जाते हैं। जिसमें एक बड़े बॉयलर में टायर को जलाया जाता है। इस पूरे प्रोसेस के दौरान भारी मात्रा में लकड़ी को भी जलाया जाता है। जिससे इतना भयंकर वायु प्रदूषण होता है जिससे आसपास के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में केंसर, दमा, शय व सवास संबंधित भयंकर रोग महामारी फैल रही है।

हो सकती है भोपाल गैस त्रासदी की पुनरावृति

मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में 4 से भी अधिक टायर आयल प्लांट जो नियमों को ताक पर रखकर भोपाल गैस त्रासदी कांड की पूर्णावर्ती मेघनगर में करना चाहते हैं। उक्त फैक्ट्रियों में हजारों लीटर ऑयल के स्टोरेज टैंक बने हुए हैं। इन तस्वीरों में आप खुले विद्युत तारों को साफ देख सकते हैं। पूर्व में भी इन प्लांटों में बॉयलर फटने एवं आग लगने की कई घटना हो चुकी है। जिसके बाद भी उक्त प्लांटों में फायर सेफ्टी का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। नंगे विद्युत तार शॉर्ट सर्किट के कारण बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है। देश में एक तरफ कोरोना वायरस के कारण हाई अलर्ट है, तो वहीं पश्चिमी मध्य प्रदेश के मेघनगर में कोरोना वायरस के बिना ही वायु प्रदूषण से आम लोगों की जिंदगी खतरे में है। उक्त वायु प्रदूषण फैलाने वाले टायर प्लांट शासन-प्रशासन को जेब में रखने का दावा कर रहे हैं। तो अब इन जानलेवा प्लांटों पर शासन-प्रशासन कितनी शिकंजा कसता है, आने वाले दिनों में देखना होगा।