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इंदौरः ट्रांसपोर्टरों की आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू, मांग पर सुनवाई नहीं होने से नाराज ट्रांसपोर्टस  

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Oct 5, 2019

दीपिका अग्रवाल - दीपावली का पर्व नजदीक है और इसके पहले आम लोगों और मंदी की मार से जूझ रहे व्यापार जगत को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि ट्रांसपोर्टरों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। आज से प्रदेश भर के डेढ़ लाख से अधिक ट्रकों के पहिये थम गए हैं। ऐसे में माल की आवाजाही को लेकर मुश्किलें बढ़ेगी। बताया जा रहा है कि प्रदेश के अलग-अलग ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सदस्य मुख्यमंत्री कमलनाथ से अपनी मांगों को लेकर मिले, लेकिन मांग पर सुनवाई नहीं होने से नाराज ट्रांसपोर्टस ने हड़ताल शुरू कर दी है। ट्रांसपोर्टरों की मांग है कि परिवहन विभाग द्वारा पुरानी और नई गाडिय़ों पर की गई आजीवन शुल्क वृद्धि वापस ली जाए। साथ ही प्रदेश सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर जो 5 प्रतिशत वैट लगाया है, उसे वापस लिया जाए।

हड़ताल का सीधा असर आम उपभोक्ताओं की जेब पर

इंदौर ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि हम संघर्ष का रास्ता नहीं अपनाना चाहते, लेकिन सरकार ने हमारी बातों को नहीं सुना। इसलिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आज ट्रांसपोर्ट उद्योग डी ग्रोथ में जा रहा है। बिजनेस नहीं होने से कई ट्रांसपोर्टर बैंकों का कर्ज नहीं पटा पा रहे हैं। सड़कों की हालत खराब होने से स्पेयर पार्टस, टायर खराब हो रहे हैं। इन सब परेशानियों के बावजूद सरकार ने डीजल-पेट्रोल महंगा कर दिया है। इसके अलावा नए के साथ पुराने वाहनों का लाइफ टाइम टैक्स में वृद्धि कर दी है। जिन वाहनों की लाइफ दो-चार साल बची है, उन पर आजीवन शुल्क वृद्घि का कोई औचित्य नहीं है। मुकाती ने बताया कि अगर हड़ताल लंबी खिंचती है तो लोगों को दैनिक उपभोग की वस्तुओं के अलावा डीजल-पेट्रोल के संकट का भी सामना करना पड़ेगा। बहरहाल, त्यौहारी मौके पर ट्रकों के पहिये थम जाने से मांग और पूर्ति पर विपरीत असर पड़ेगा, जिसका सीधा असर आम उपभोक्ताओं की जेब पर ही पड़ेगा क्योंकि महंगाई बढ़ जाएगी, ऐसे में सरकार के लिए रूठे ट्रांसपोर्टर्स को मनाना एक बड़ी चुनौती होगी।