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9वीं के बच्चों को थमा दिया 12वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय का पर्चा

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Mar 2, 2019

संदेश परे- हरदा जिले में शिक्षा विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां के एक सरकारी स्कूल में नवमीं कक्षा के 52 बच्चों को 28 मार्च को अंग्रेजी विषय के पेपर में 12वीं का पर्चा थमा दिया गया। अब अधिकारी अपनी इस भूल को छिपाने के लिए लीपापोती करने में लग गए हैं। जबकि स्कूल के बच्चों के द्वारा दूसरा पर्चा देने के साथ साथ आज दोबारा से परीक्षा होने की बात बताई गई है।

बच्चों के घर से कक्षा 12वीं का प्रश्न पत्र एकत्रित किया

जिले में शिक्षकों सहित बच्चों का शिक्षा का स्तर किस प्रकार गिरा है, इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला है। एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां शिक्षकों ने कक्षा 9वीं के बच्चों को कक्षा 12वीं का पर्चा थमा दिया। इतना ही नहीं बच्चों ने भी प्रश्नपत्र हल कर उत्तर पुस्तिका जमा कर दी। जब शिक्षकों को ज्ञात हुआ कि गड़बड़ी हो गई है, तो मामले को रफा दफा करने के लिए बच्चों के घर से कक्षा 12वीं का प्रश्न पत्र एकत्रित किया। 9वीं के बच्चों की परीक्षा दोबरा हुई। हम बात कर रहे हैं, जिला मुख्यालय से करीब 11 किमी दूर ग्राम पंचायत अबगांव कला की। यहां पर स्थित हाईस्कूल में 9-11वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी थीं। 28 फरवरी को कक्षा 9वीं के अंग्रेजी विषय का पेपर था। लेकिन हाईस्कूल के केंद्र अध्यक्ष की देखरेख में शिक्षकों ने थाने में सुरक्षित रखें 12वीं का अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र उठा लाए। इतना ही नहीं बच्चों को प्रश्नपत्र हल करने के लिए भी दे दिया और कक्षा 9वीं के बच्चों ने बिना कोई प्रश्न पूछे कक्षा 12वीं के अंग्रेजी का पर्चा हल भी कर दिया। एक मार्च से शुरू हुई कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र अध्यक्ष राजेश्वरी दुबे थाने प्रश्नपत्र लेने पहुंची, तो उन्होंने देखा की कक्षा 12वीं की पेटी का ताला खुला है। इस दौरान उन्होंने आनन-फानन में जिला शिक्षा अधिकारी सीएस टैगौर सहित अन्य अधिकारियेां को मामले की जानकारी दी। 12वीं के अंग्रेजी का प्रश्न पत्र बच्चों के बीच बंटने की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग हरकत में आ गया।

जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की अनभिज्ञता जाहिर की

इतना ही नहीं इसके बाद अवगांव कला की हाईस्कूल शिक्षिका अभिलाषा पटैरिया बच्चों के घर पहुंची और बच्चों से प्रश्नपत्र एकत्रित कर 2 मार्च को फिर से अंग्रेजी का पेपर होने की बात कह गई। बच्चे कुछ समझते इसके पहले ही सब बच्चों से उनके घर कक्षा 12वीं के अंग्रेजी का प्रश्नपत्र एकत्रित कर लिया गया। इस मामले को लेकर जब जिला शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को भूलते हुये, इस तरह से कोई घटना नहीं होने की बात कही। साथ ही लिखित शिकायत मिलने पर कार्यवाही करने की बात कही है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये महाशय अपनी जिम्मेदारी के प्रति कितने जागरूक है।