Jul 23, 2019
वरूण शर्मा : सतना में दबंगो का कहर एक बार फिर गरीब दलित महिला पर टूटा। गांव के दबंगो ने एक दलित महिला को जमीनी विवाद पर पहले तो जमकर पीटा फिर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया, घटना से गांव में हड़कंप मच गया। महिला के परिजन मौके पर पहुंचे और किसी तरह आग बुझाई, तब तक दलित महिला राधा अहिरवार आग से बुरी जल चुकी थी।
महिला 90% जली
मामला सतना की नागौद तहसील के दूर दराज गांव गिनजारा में घटा है। आनन फानन में परिजन जली महिला को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाये। डॉक्टरों ने राधा को 90% जली होना बताते हुये जिंदा रहने की कम संभावनाएं जताई और इलाज शुरू कर दिया। दरअसल गांव के दबंग राधा के खेत की बाड़ उखाड़ रहे थे राधा खेत पहुंचकर दबंगो का विरोध करने लगी। अगर राधा और उसके चश्मदीद बेटे ओमप्रकाश की माने तो 6 की तादाद में एकत्र दबंगो ने पहले तो राधा को जमकर पीटा फिर मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया।
पूरी मीडिया पहुंची अस्पताल
सूचना मिलते ही पूरी मीडिया सतना जिला अस्पताल पहुंच गई। बुरी तरह जली अस्पताल के बिस्तर पर अपनी आखिरी सांसें गिन रही दलित राधा ने मुन्नू उपाध्याय भैया उपाध्याय सहित 6 दबंगो के नाम और उनकी दबांगई साफ साफ कैमरे पर बयान कर दिया। होश हवास राधा अपनी जुबान से गांव के दबंगो द्वारा उसके खेत की बाड़ी उखाड़ने रोकने पर मारपीट करने और फिर मिट्टी तेल डालकर जिंदा जलाने का बयान दिया है।
खुलेआम दबंगो के कारनामे को बयां कर रहा चश्मदीद बेटा
घटनास्थल पर मौजूद राधा का चश्मदीद बेटा भी खुलेआम दबंगो के कारनामे को बयान कर रहा है। सनसनीखेज घटना के बाद सतना पुलिस और तहसीलदार महिला का मृत्युशय्या बयान दर्ज करने जिला अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने तो बयान दर्ज कर लिया लेकिन तहसीलदार साहब डॉक्टर की मौजूदगी का इंतजार करते रहे, डॉक्टर के आने पर तहसीलदार जैसे ही बयान लेने पहुंचे राधा ने दम तोड़ दिया। तहसीलदार जिला अस्पताल में मौजूद रहने के बावजूद दलित महिला राधा का जीते जी मृत्युशय्या बयान नहीं ले पाये।