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ग्वालियर : गजराराजा मेडिकल कॉलेज में सीटें खाली, 190 सीटों में से सिर्फ 90 सीटें ही भर पाईं...

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Feb 28, 2020

विनोद शर्मा : ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज की स्पीच थैरेपी टेक्नीशियन की 30 सीट में से एक भी सीट नहीं भरी। इसके चलते छात्रों द्वारा प्रवेश नहीं लेने के कारण यह कोर्स स्वत: ही बंद हो गया है। जीआरएमसी प्रशासन द्वारा छह विषयों में पैरामेडिकल कोर्स शुरू किए गए थे। शेष 5 विषयों में से एक भी कोर्स ऐसा नहीं है जिसमें सीटें खाली न हों। कॉलेज प्रबंधन ने पैरा मेडिकल कोर्स की क्लासें शुरू करा दी हैं। 

जयारोग्य अस्पताल में टेक्नीशियन की कमी
दरअसल ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में टेक्नीशियन की कमी है। इसे देखते हुए जीआरएमसी के पूर्व डीन डॉ. भरत जैन ने पैरामेडिकल कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया था। जब तक इस कोर्स की सीटें भरने की प्रक्रिया शुरू होती, तब-तक डॉ. भरत जैन को 8 नवंबर 2019 को डीन पद से शासन ने हटा दिया। इसके बाद प्रभारी डीन डॉ. सरोज कोठारी ने प्रवेश प्रक्रिया शुरू की। पहले नियमों के विपरीत मैरिट सीट तैयार कर ली गई। इसका पता लगते ही काउंसिलिंग की तिथि निरस्त कर पैरा मेडिकल काउंसिल के नियमानुसार मैरिट लिस्ट तैयार कर काउंसिलिंग के लिए छात्रों को बुलाया। काउंसिलिंग में सिर्फ मप्र के छात्रों को ही वरीयता दी गई। 

6 कोर्सों की सीटें खाली
इसका परिणाम यह हुआ कि सभी छह कोर्सों की सीटें खाली रह गईं। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने पुन: सीटें भरने का प्रयास किया लेकिन उसे अधिक कामयाबी नहीं मिली। ईसीजी टेक्नीशियन की 30 सीट में से 22 खाली हैं। एक्सरे टेक्नीशियन की 40 में से 36 सीटें ही भर पाई हैं। डायलिसिस टेक्नीशियन की 30 में से 9, माइक्रो बायोलॉजी टेक्नीशियन की 40 में से 19 तथा एनेस्थीसिया टेक्नीशियन की 20 में से 16 सीटें खाली रह गई हैं। इस तरह छह कोर्सों की 190 सीटों में पहली साल सिर्फ 90 सीटें ही भर पाई हैं। प्रभारी डीन डॉ. सरोज कोठारी का कहना है कि पैरा मेडिकल कोर्स की क्लासें शुरू करा दी गई हैं। कोर्स शुरू होने से जहां छात्रों को सीखने का मौका मिलेगा।