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ग्वालियर में उम्रदराज साथियों का संगठन बना चर्चा में, लोगों की कर रहे सहायता..

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Nov 13, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा : कहा जाता है कि उम्रदराजों के पास ज्यादा अनुभव और जीवन के मायने होते हैं। भले ही उम्र के तकाजे के साथ शरीर की चुस्ती फुर्ती में कमी आ जाती है लेकिन अनुभव की विरासत से यदि कोई अन्य लोगों की मदद करें तो इसे आप क्या कहेंगे। जी हां, ग्वालियर में ऐसे ही उम्र दराज साथियों का एक संगठन बेहद चर्चा में बना हुआ है क्योंकि यह लोग अपनी वृद्धावस्था को पीछे छोड़कर जन सेवक के रूप में पहचाने जाने लगे हैं। यह संगठन आम लोगों की नि:शुल्क मदद करता है...

नौकरी से रिटायरमेंट होने के बाद कर्मचारी परेशान
नौकरी में रहकर तो लोग अपने काम आसानी से निपटा लेते हैं लेकिन नौकरी से रिटायरमेंट होने के बाद कर्मचारी परेशान हो जाता है। कर्मचारियों की कई समस्याएं सामने आने लगती हैं। किसी की पेंशन बंद हो गई या फिर किसी कर्मचारी को पीएफ का पैसा नहीं मिल रहा इसी को देखते हुए रेलवे के रिटायरमेंट कर्मचारियों ने अपना एक संगठन पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन बनाकर पेंशनरों की समस्या को निपटाने वर्ष 2013 में शुरू किया। इसमें शुरू करने के साथ ही 250 से अधिक लोग इनके साथ जुड़ चुके हैं।

रेलवे प्रबंधन के आला अधिकारियों से की चर्चा 
इस संगठन की सबसे खास बात यह है कि शुरुआती दौर में खुले में ही इन्होंने अपने काम की शुरुआत की और फिर धीरे-धीरे रेलवे प्रबंधन के आला अधिकारियों से चर्चा कर जगह की मांग की जिसके बाद उन्हें शहर के रेलवे हॉकी स्टेडियम के पास रेलवे की ही एक सरकारी इमारत में दो कमरे उपलब्ध कराए गए जहां वह इस समाज सेवा को अंजाम दे रहे हैं। पहले सिर्फ रेलवे से संबंधित रिटायर लोग यहां अपनी समस्या के समाधान के लिए आते थे लेकिन धीरे-धीरे अब यहां कई टूटे हुए परिवार एवं वृद्ध अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचते हैं जहां वृद्धों का यह पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन उन्हें सही रास्ता व मदद देता है।

जनसेवा का जुनून बरकरार
रिटायर्ड पेंशनरों का यह संगठन हफ्ते में 3 दिन मंगलवार गुरुवार और शनिवार को अपनी सेवाएं आम लोगों को देते हैं। फिलहाल इन उम्रदराज साथियों का संगठन दूसरों की मदद कर खुद को खुश महसूस करता है जबकि खुद रेलवे की जर्जर हो चुकी इमारत के बीच खुली टूटी पड़ी खिड़कियों पीने के पानी के अभाव में भी जनसेवा के जुनून को बरकरार रखे हुए हैं। उम्र के तजुर्बे के खजाने को बांटने के इरादे से बैठे हुए इस संगठन के लोगों को समाज सेवा का यह जुनून खुशी शांति और दिली तसल्ली देता है। यह हम सबके लिए एक मिसाल है कि कुछ कर गुजरने के लिए उम्र नहीं हौंसले मजबूत होने चाहिए तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता।