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ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत विवि के छात्र छात्राएं नृत्य के माध्यम से करेंगे गुरू की महिमा का बखान

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Jul 16, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा : गुरु की महत्वता भारत में प्राचीन काल में गुरुकुल के समय से रही है और इस परंपरा को निभाने के साथ-साथ ग्वालियर में जब गुरु पूर्णिमा का पर्व आता है तो सभी शैक्षणिक संस्थान अलग अलग तरीके से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाने की तैयारी में जुट जाते हैं। लेकिन ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में गुरु पूर्णिमा का पर्व। गुरु की महिमा का बखान करने के लिए अलग ही अंदाज में मनाया जा रहा है। यहां नृत्य के माध्यम से गुरु की महिमा बखानी जा रही है।

गुरु पूर्णिमा पर्व की तैयारी में जुटे छात्र छात्राएं 
ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के छात्र  छात्राएं पिछले 15 दिन से लगातार गुरु पूर्णिमा पर्व की तैयारी में जुटे हुए थे और उन्होंने गुरु पूर्णिमा के पर्व को एक खास अंदाज में मनाने की पहल की है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि संगीत विश्वविद्यालय के कथक विभाग ने इस पर्व को मनाने के लिए एक अलग ही थीम रखी है। इस थींम में नृत्य के माध्यम से गुरु की महिमा का बखान किया गया है। इसमें कत्थक विभाग के छात्र-छात्राओं ने एक अलग अंदाज में कथक की प्रस्तुतियां दी। इसके अलावा अपनी खास भाव भंगिमा और श्रंगार के माध्यम से कथक नृत्य की शैली में गुरू को  अपनी प्रस्तुति समर्पित की।

गुरु के बगैर संगीत और नृत्य की कल्पना नहीं की जा सकती
आखिर यह दिन भी तो संगीत और कला को समर्पित माना जाता है और सबसे ज्यादा गुरु शिष्य परंपरा इन्हीं संगीत घरानों में आदर के साथ मानी जाती है। गुरु के बगैर संगीत और नृत्य की कल्पना भी नही की जा सकती है। शिष्य तो शिष्य ही हैं। गुरु को समर्पित गुरु पूर्णिमा के पर्व पर कत्थक विभाग के छात्र-छात्राओं ने भी पूरी मेहनत मशक्कत के साथ तैयारी की थी और उन्होंने अपने श्रंगार और शरीर को उसी रूप में ढाल कर पूरे मनोयोग से गुरु की महिमा का बखान करने की धारदार प्रस्तुति दी है।