May 10, 2019
अज़हर शेख : इंदौर में निजी हॉस्पिटल की लूट लगातार जारी है। ऐसा ही एक मामला सामने आया इंदौर हीरा नगर थाना क्षेत्र में स्थित बरोड़ हॉस्पिटल में, जहां के मंदसौर में रहने वाले जितेंद चौधरी का एक्सीडेंट हो गया तो उन्हें इलाज के लिए रतलाम से एक हॉस्पिटल ने इंदौर के बरोड़ हॉस्पिटल में रेफर कर दिया।
जब परिजन गम्भीर हालत में इलाज के लिए बरोड़ हॉस्पिटल में लाये तो बरोड़ हॉस्पिटल ने पहले परिजनों ने इलाज के नाम से एक लाख रुपये जमा करवा लिए और उसके बाद इलाज शुरू किया। लेकिन इलाज करने के आठ दिन बाद भी उनकी हालत में कोई सुधार नही हुआ। जब इस बात को लेकर हॉस्पिटल प्रबन्धक से परिजनों ने बात की तो उनका कहना था कि आपने अपने मरीज को यहां से किसी दूसरे हॉस्पिटल में ले जाये लेकिन उसके पहले हॉस्पिटल का बिल तीन लाख रुपये जमा कर दीजिये।
बता दें कि जब परिजनों ने इतने बड़े बिल का कारण पूछा तो उनका कहना था यहां के इतने ही चार्ज हैं। वहीं जितेंद्र की हालत में किसी तरह का कोई सुधार नहीं हो रहा है। फिलहाल परिजनों ने बरोड़ हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर कई तरह के आरोप भी लगाए।