Oct 31, 2025
रविवार को स्कूल खोलने का तुगलकी फरमान: अंजुमन इस्लामिया स्कूल के फैसले से अभिभावक आक्रोशित
अरविंद दुबे जबलपुर : जबलपुर के अंजुमन इस्लामिया स्कूल ने एक विवादास्पद निर्णय लेकर सुर्खियां बटोरी हैं। स्कूल प्रबंधन ने व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से अभिभावकों को सूचित किया कि अब शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा, जबकि रविवार को पूर्ण रूप से कक्षाएं संचालित होंगी। इस बदलाव ने अभिभावकों में extensive आक्रोश पैदा कर दिया है, क्योंकि रविवार पारंपरिक रूप से सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी का दिन होता है। पैरेंट्स ने इसे बच्चों की दिनचर्या बिगाड़ने वाला कदम बताया और शिक्षा विभाग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
व्हाट्सऐप मैसेज का विवरण
स्कूल की ओर से भेजा गया संदेश प्रिंसिपल के नाम से जारी किया गया। इसमें स्पष्ट लिखा था कि "अब से शुक्रवार को अवकाश घोषित किया जाता है तथा रविवार को नियमित रूप से सभी कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।" मैसेज जैसे ही अभिभावक ग्रुपों में वायरल हुआ, चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कई पैरेंट्स ने पूछा कि क्या यह बदलाव शिक्षा विभाग की मंजूरी से हुआ है? रविवार को ट्यूशन, पारिवारिक कार्यक्रम और बच्चों के विश्राम का समय प्रभावित होने की चिंता जताई गई। कुछ ने मैसेज की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए स्कूल से लिखित नोटिस मांगा।
अभिभावकों का विरोध और कारण
अभिभावकों का कहना है कि यह फैसला मनमाना है और बच्चों की मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करता है। रविवार को स्कूल खोलने से ट्यूशन शेड्यूल, खेलकूद और परिवार के साथ समय बाधित होगा। कुछ ने इसे धार्मिक आधार पर शुक्रवार छुट्टी देने की कोशिश बताया, लेकिन बिना सरकारी अनुमति के इसे अवैध ठहराया। पैरेंट्स ग्रुप ने सामूहिक रूप से शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज करने का फैसला किया है। उनका तर्क है कि राज्य शिक्षा नीति में रविवार को अनिवार्य अवकाश निर्धारित है, जिसका उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
शिक्षा विभाग की भूमिका
फिलहाल जिला शिक्षा अधिकारी या विभाग की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अभिभावक उम्मीद कर रहे हैं कि जांच के बाद फैसला वापस लिया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि निजी स्कूलों को भी सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना बाध्यकारी है। यह मामला स्कूल प्रबंधन की स्वायत्तता और छात्र हितों के बीच संतुलन की बहस छेड़ सकता है।








