Oct 10, 2019
अरविंद दुबे : अपनी विभिन्न मांगो को लेकर प्रदेश के सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार गुरूवार से सामूहिक रूप से अवकाश पर चले गए हैं। इसका असर जबलपुर में भी देखा गया है। जबलपुर में पदस्थ दस तहसीलदार और पंद्रह नायब तहसीलदारों ने अवकाश पर जाने का निर्णय लिया जिससे पूरा प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो गया है।
तहसीलदारों ने की प्रदेश शासन की नीतियों की आलोचना
बता दें कि गुरूवार को सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार जबलपुर तहसील कार्यालय में इकट्ठा हुए और प्रदेश शासन की नीतियों की जमकर आलोचना की। तहसीलदारों का आरोप है की पिछले ग्यारह वर्षों से उन्हें प्रमोशन नही मिला है। उन्हें प्रदेश शासन के द्वारा वाहन और अन्य संसाधन उपलब्ध नही कराये जाते हैं जिससे उन्हें ही सभी काम करना पड़ता है।
तहसीलदारों की सुरक्षा के लिए कोई इतंजाम नहीं...
तहसीलदारों का आरोप है की उन्हें सीधे तौर पर जनता से रूबरू होना पड़ता है और अवैध कारोबार को रोकने के लिए भी उन्हें ही फील्ड में जाना पड़ता है लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई भी इंतजाम सरकार के द्वारा नही किये गए हैं जिससे उन पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस संबंध में प्रदेश शासन को बार बार सूचित करने के बावजूद भी उनकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाये गए हैं ऐसे में उनके पास अवकाश में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों के अवकाश पर जाने से जबलपुर में राजस्व से संबंधित सभी काम थम गए हैं।