Aug 23, 2017
इटारसी : 14 अगस्त को लापता हुई मालवीयगंज निवासी महिला का शव केसला के जंगलों में मिला था। महिला अलका पालीवाल के शव की पहचान उसके बेटे ने की थी। महिला का शव कंकाल में तब्दील हो गया था। पुलिस ने इस मामले में जिन दो संदिग्धों को पकड़ा था, उन्होंने अपना अपराध कबूल लिया। उन्होंने पूरे मामले का मास्टर माइंड शहर के प्रसिद्ध एलकेजी ज्वेलर्स के संचालक दिनेश गोठी को बताया। युवकों की जानकारी पर पुलिस ने सराफा कारोबारी को भी गिरफ्तार कर लिया हैं।
उल्लेखनीय हैं कि 14 अगस्त को मालवीयगंज निवासी महिला अलका पालीवाल अचानक शहर से लापता हो गई थी। महिला के परिजनों ने 15 अगस्त को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बताया जाता हैं कि रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में महिला को उस शाम को करीब साढ़े 7 बजे बारह बंगला तरफ सीढ़ियां उतरते देखा गया था। उसके बाद से ही महिला का पता नहीं था। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में नजर रखी और सबसे पहले सराफा कारोबारी दिनेश गोठी के नौकर अशोक धुर्वे को उठाया और सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपने साथी फतेहचंद और सराफा कारोबारी दिनेश गोठी के साथ मिलकर महिला की हत्या करना कबूला।
इन लोगों ने कार में ही महिला की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके बाद उसकी लाश को प्रूफ रेंज के जंगल में फेंक आए थे। पुलिस ने बताया कि महिला अलका पालीवाल और सराफा कारोबारी दिनेश गोठी के करीब 15 साल पहले से संबंध थे। महिला द्वारा पैसे के लिए बार-बार सराफा कारोबारी को परेशान किया जा रहा था। इसी वजह से सराफा कारोबारी ने ये कदम उठाने की योजना बनाई थी। एसपी ने इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने पर इटारसी टीआई व उनकी टीम को 10000 का पुरूस्कार देने की भी घोषणा की हैं।