Sep 20, 2025
मध्य प्रदेश की सियासत में हलचल: नियुक्तियों और सड़क विवाद पर चर्चा तेज
मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर नियुक्तियों को लेकर खासी हलचल देखने को मिल रही है। शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से उनके प्रोफेसर कॉलोनी स्थित आवास पर मुलाकात की। यह बंद कमरे की चर्चा करीब आधा घंटा चली, जिसे मुख्यमंत्री ने सौजन्य भेंट बताया। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात निगम-मंडल की नियुक्तियों और संगठन की रणनीति को लेकर अहम हो सकती है। प्रदेश में लंबे समय से अटकी इन नियुक्तियों पर पितृपक्ष के बाद फैसला होने की संभावना है। यह मुलाकात सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है।
निगम-मंडल नियुक्तियों पर बढ़ा दबाव
सूत्रों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान निगम-मंडल में नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। भाजपा संगठन और सरकार संयुक्त रूप से इस दिशा में काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और संगठन के वरिष्ठ नेता इस मुद्दे पर सक्रिय हैं। इन नियुक्तियों को लेकर पार्टी के भीतर कई नेताओं की महत्वाकांक्षा भी उभर रही है, जिससे अंदरूनी खींचतान की स्थिति बन रही है। यह प्रक्रिया न केवल संगठन को मजबूत करेगी, बल्कि सरकार की कार्यप्रणाली पर भी असर डालेगी।
ग्वालियर में सड़कों का मुद्दा गर्माया
दूसरी ओर, ग्वालियर में जर्जर सड़कों ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। धंसी और टूटी सड़कों को लेकर जनता की शिकायतों ने भाजपा के भीतर मतभेद उजागर किए हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में अधिकारियों को सड़क मरम्मत के लिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद कई इलाकों में मरम्मत का काम शुरू हुआ, लेकिन यह मुद्दा अब भी सियासी बहस का केंद्र बना हुआ है। पार्टी के लिए यह चुनौती जनता की नाराजगी को दूर करने की है। (शब्द संख्या: 250)
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