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मोहखेड़ के पास दर्दनाक हादसा: टायर फटने से बोलेरो कुएं में गिरी, चार साधुओं की मौत

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Sep 20, 2025

मोहखेड़ के पास दर्दनाक हादसा: टायर फटने से बोलेरो कुएं में गिरी, चार साधुओं की मौत

मोहखेड अनिल पवार : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड़ क्षेत्र में शुक्रवार शाम एक भयावह सड़क हादसा हो गया, जिसमें चित्रकूट दर्शन से लौट रहे सात साधुओं से भरी बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर गहरे कुएं में समा गई। बैतूल हाईवे पर टेमनी खुर्द गांव के पास यह घटना घटित हुई, जब वाहन का पिछला टायर अचानक फट गया। हादसे में चार साधुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन साधु चमत्कारिक रूप से वाहन से कूदकर अपनी जान बचा ली। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ टीमों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन कुएं की गहराई और अंधेरा चुनौतियां पैदा कर रहा था। यह घटना सड़क सुरक्षा और वाहनों के रखरखाव की अनदेखी पर सवाल खड़ी कर रही है।

हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे। देर रात तक चले बचाव कार्य में तीन साधुओं के शव बरामद कर लिए गए, जबकि चौथे साधु का शव अभी भी कुएं में फंसा होने की आशंका है। बच निकले तीन घायल साधुओं को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। साधु चित्रकूट के बालाजी मंदिर दर्शन से बैतूल के बालाजीपुरम लौट रहे थे। वाहन नंबर एमपी-19-बीबी-0614 की बोलेरो में सवार सभी साधु उत्तर प्रदेश के चित्रकूट क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में वाहन की तेज रफ्तार और टायर की खराब स्थिति को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।

 रेस्क्यू प्रयास और जांच

रेस्क्यू ऑपरेशन में दो जेसीबी मशीनों का सहारा लिया गया, लेकिन कुएं की मोटी दीवारों और पानी भरी स्थिति ने कार्य को जटिल बना दिया। एसडीआरएफ की टीम ने विशेष उपकरणों से खोजबीन की, जो शनिवार सुबह तक जारी रही। पुलिस ने वाहन चालक की लापरवाही की जांच शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की घोषणा की है। यह हादसा हाईवे पर बिना रेलिंग वाले कुओं की समस्या को उजागर करता है, जिसके लिए तत्काल सुधार की मांग उठ रही है। सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।

प्रभाव और सबक

इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। साधुओं की धार्मिक यात्रा पर ऐसा विपत्ति होना दुखद है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित वाहन जांच और गति सीमा का पालन ऐसी त्रासदियों को रोक सकता है। मध्य प्रदेश सरकार को हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देना चाहिए। कुल मिलाकर, यह हादसा सतर्कता का संदेश देता है। (शब्द संख्या: २५२)

 

 

Report By:
Monika