Apr 30, 2019
दिनेश भट्ट : उमरिया जिले के अंतिम छोर पर बसे कठौतिया गांव के लोगो को सिंचाई के लिए पानी की मांग पूरी नहीं हुई तो वोटिंग का बहिष्कार कर दिया। और पानी नहीं तो वोट नही के नारे लगाकर पूरा दिन काट दिया लेकिन किसी की बात नही मानी। इसी तरीके से पुटपुरा गांव में भी कुछ घण्टे के लिए लोग सड़क और पानी के लिए मतदान रोका और बाद में मान गये।
गौरतलब है कि उमरिया जिले में इस बार पिछले सारे रिकार्ड तोड़ते हुए मतदाताओ ने जो उत्साह दिखाया है उसके सामने सूरज की 44 डिग्री की तपन भी फीकी रही और 76 फीसदी ऐतिहासिक मतदान दर्ज कर जिले के मतदाताओं ने इतिहास रच दिया।
बहरहाल जिले में छिटपुट evm में गड़बड़ी और मतदाताओ की नाराजगी के बीच जिस तरीके से मतदाताओ ने उत्साह दिखाया है उससे लोकतंत्र की जड़े मजबूत तो हुई ही है राजनीति के नये संकेत के तौर पर देखा जा रहा है देखना होगा मतदाताओ की बंफर वोटिंग किसके लिए रही है।