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कांग्रेसी नेता पीएल पुनिया ने 8 नवंबर को बताया काला दिवस, प्रधानमंत्री पर साधा निशाना

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Nov 8, 2019

विकास सिंह सोलंकी : देश में 3 साल पहले अचानक लागू की गई नोटबंदी का अब भी अर्थव्यवस्था पर व्यापक असर है। अर्थशास्त्रियों की माने तो नोटबंदी के कारण प्रदेश के छोटे और मझोले उद्योग अब भी  घाटे से नहीं उबर पाए हैं। यही वजह है कि कांग्रेस ने 8 नवंबर को देश के इतिहास में काला दिवस बताया है। हाल ही में इंदौर दौरे पर आए  अर्थशास्त्री और कांग्रेसी सांसद पीएल पुनिया ने कहा नोटबंदी को नाटकीय ढंग से लागू किया गया था। ये ऐसा बगैर सोचे समझे उठाया गया कदम था जिसके परिणाम आज भी हम भुगत रहे हैं।

दो फीसदी जीडीपी ग्रोथ नीचे
देश की अर्थव्यवस्था आज तक उसको बर्दाश्त नहीं कर पाई है। पूर्व प्रधानमंत्री और विश्व विख्यात अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने उसी समय कहा था कि ये ऐसा कदम है जिसके परिणाम गंभीर होंगे और कम से कम दो फीसदी जीडीपी ग्रोथ नीचे जाएगी और वो गई भी। अब देश की जीडीपी 5 प्रतिशत पर टिकी तो उन्होनें फिर कहा है कि इसको देखने से ऐसा लगता है कि नोटबंदी और जीएसटी को जिस तरह से लागू किया गया उसका प्रभाव अभी खत्म नहीं हुआ है।

3 साल पहले की थी नोटबंदी की घोषणा
गौरतलब है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 3 साल पहले 8 नवंबर 2016 की रात आठ बजे नोटबंदी की घोषणा की थी। आर्थिक विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रदेश में इसका सबसे ज्यादा असर इंदौर में दिखाई दिया। नोटबंदी के बाद नए नोट आने और मुद्रा प्रवाह के नियमों में एक के बाद एक बदलाव आने से रोज मेहनत करके कमाने-खाने वाले कई लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तमाम निर्माण कार्य रुके,उद्योग बंद हुए,नगदी के आधार पर चलने वाले कई कारोबार बंद हो गए लेकिन धीरे धीरे अर्थव्यवस्था पटरी पर भी आने लगी लेकिन कांग्रेस अभी भी इसे एक तुगलकी फरमान बता रही है।