Loading...
अभी-अभी:

अब अंकसूची, डिग्री-डिप्लोमा और अन्य दस्तावेज होंगे ऑनलाइन

image

Nov 24, 2016

भोपाल।  अंकसूची, डिग्री, डिप्लोमा या अन्य कोई भी शैक्षिणक दस्तावेज यदि गुम हो गई है तो आपको डरने की कोई बात नहीं है। दस्तावेजों की परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) डिजिटल इंडिया विज के तहत शैक्षिणक दस्तावेजों की आनलाइन बैंक बनाने की पहल शुरू की है। इसके लिए यूजीसी ने सभी शैक्षिणक संस्थानों को पत्र लिखा है।

जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा शैक्षिणक संस्थाओं को अंक सूची, डिग्री , डिप्लोमा, प्रमाण-पत्र, अवार्ड पत्र को डिजिटल प्रणाली में सुरक्षित करने को कहा गया है। जिससे कि विद्यायर्थीयों को जब भी जरुरत होगी वह आनलाइन अपने दस्तावेज की कापी हासिल कर सकेगा। साथ ही किसी समय कोई भी संस्था आवेदनकर्ता के दस्तावेजों का मिलान इस सिक्योरिटीज डिपाजिटरी से कर पाएंगे।

अब तक शैक्षिणक संस्थाओं मे विद्यार्थियों का ऑनलाइन रिकार्ड नहीं रखा जाता है। साल-दर-साल कागजों मे रिकार्ड दर्ज किया जाता है फिर उनकी पोटली बना कर रख दी जाती है। जरूरत होने पर यह दस्तावेज समय पर मिल भी नहीं पाते। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए परेशानी खड़ी हो जाती है। इधर विद्यार्थियों के डाटा को एक ही स्थान पर सुरक्षित करने के लिए यूजीसी के एक्ट का ध्यान रखा गया है। यूजीसी एक्ट 1956 के मुताबिक इस काम को किया जा रहा है। इस सुविधा के शुरू होते ही विद्यार्थियों को अपने दस्तावेज प्राप्त करने के लिए एक टेबल से दूसरे टेबल के चक्कर नहीं लगाना पढ़ेंगे बल्कि सभी काम ऑनलाइन हो जाएंगे।