Loading...
अभी-अभी:

न्याय मांगने गई शीला, टीआई ने कहा ‘फिर बन जा डकैत’

image

Oct 5, 2017

ग्वालियर : जिसके नाम से कभी चंबल की घाटी थर्राती थी, इलाके में उसकी आमद का पता चलने पर पुलिस के कान खड़े होते थे। उस दस्यु सुंदरी शीला को उसका पति फरेबी बनकर ठग गया। करीब एक साल से दस्यु सुंदरी ग्वालियर पुलिस के अलाधिकारियों से लेकर सीएम को पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन अब पुलिस थानों के गलियारें में पुलिसकर्मी दस्यु संदुरी का मजाक उड़ा रहे हैं। 

दो दशक पहले तक चंबल में पुलिस का सिरदर्द रहने वाली दस्यु सुंदरी शीला आज खुद मजबूर हैं। शीला पिछले 6 महीने से थाने से लेकर एसपी तक को पति के फरेब की कहानी सुना रही हैं। इंसाफ की आस में शीला जनकगंज थाने से एसपी ऑफिस तक चक्कर लगा रही हैं। शीला कहती हैं उसके उत्तरप्रदेश में जाने पर पाबंदी हैं।

ससुराल से बरसों पहले नाता टूट चुका हैं। कुछ महीनों पहले पति कल्लू भी उसके जेवर और नकदी लेकर फरार हो गया हैं। थाने में शिकायत के बावजूद उसे कोई मदद नहीं मिल रही हैं। शीला का कहना हैं कि थाने जाती हैं तो पुलिस वाले उसे शीला डकैत कहकर बुलाते हैं, टीआई ने तो शीला से ये तक कह दिया कि तुम हथियार उठाकर फिर से डकैत बन जाओ।

आज न्याय के लिए पुलिस के चक्कर लगा रही शीला का किसी जमाने में आतंक था। नब्बे के दशक में भिण्ड में किराना कारोबारी नवल शिवहरे को दुकान से घसीट कर अपहरण करने के बाद चंबल के बीहडों में उसके आतंक का डंका बज गया था।

हालांकि जुर्म की दुनिया में कुछ बरस गुजारने के बाद सरेंडर किया। जेल से निकलने के बाद भंवरपुरा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बन गई। इस दौरान उसने मुरैना जिले के नूराबाद के रहने वाले कल्लू गुर्जर से शादी कर ली। ग्वालियर की गोल पहाड़िया पर घर बनाकर करीब 7 साल तक साथ रहा।

छह महीने पहले वह बाजार गई थी। तब कल्लू घर से 85 हजार रुपए और 9 तोला वजनी जेवर लेकर भाग गया। अब मुंह खोलने पर मारने की धमकी दे रहा हैं। वहीं एसपी ने इस मामले के संज्ञान में आने पर कार्रवाई की बात कही हैं। 

दस्यु सुंदरी शीला मेंमवासा (जालौन) की रहने वाली हैं। उसका भी हंसता खेलता परिवार था। पिता माखन ने पीपरी गांव किसान लाखन से उसकी शादी की। गांव के दंबगों ने ससुराल में उसका जीना हराम कर दिया।

पति दंबगों का विरोध नहीं कर सका, लेकिन वह सहन नहीं कर सकी तो दो बच्चों को छोड़कर कुख्यात तिलक सिंह खंगार की गैंग में शामिल हो गई। सात साल तक डकैत गैंग के साथ हत्या, लूट, अपहरण और डाके की वारदातों में शुमार रही, लेकिन आज खुद न्याय के लिए तरस रही हैं।