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उज्जैन शहर में राजनीतिक उबाल गर्मी शुरु होते ही पेयजल पर मचा बवाल

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Mar 9, 2018

उज्जैन। शहर में नगर निगम के भाजपा-कांग्रेस नेताओं के बीच आज जमकर राजनीतिक ड्रामा चला। निचली बस्ती में पानी की टंकी बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं ने महापौर बंगले का घेराव कर दिया। जिसके बाद बिना बात किए महापौर मीना जोनवाल वहां से जाने लगी। कांग्रेस नेता महापौर की गाड़ी के आगे लेट गए। जिसके बाद महापौर वहां से बिना कोई बात किये चली गईं । गुस्साई महापौर थाने पर प्रदर्शन करने वाले नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची। लेकिन जब पुलिस ने महापौर की नहीं सुनी तो अपनी ही सरकार के खिलाफ महापौर ने थाने पर धरना दे दिया।

मटके लेकर पहुंचे, महापौर बंगले... 

लग रहा है गर्मी का मौसम शुरू होते ही उज्जैन की सियासत में उबाल आ गया है। दरअसल शहर में अभी से पेयजल की समस्या शुरू हो गई है। खासकर निचली बस्तियों में लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। ऐसे में आज उज्जैन नगर निगम के कांग्रेस पार्षद एवं नेता भाजपा महापौर मीना जोनवाल को ज्ञापन देने के लिए ग्रांड होटल पर एकत्रित हुए।जिसके बाद ग्रांड होटल से रैली के रूप में कांग्रेस नेता हाथों में मटके लेकर महापौर बंगले पर पहुंचे।

बंगले पर महापौर मीना जोनवाल जनप्रतिनिधियों और निगम कमिश्नर विजय कुमार के साथ मीटिंग कर रही थी। कई बार चर्चा के लिए ज्ञापन देने के लिए बुलावा भेजने के बावजूद महापौर बाहर नहीं आई। जिसके बाद कांग्रेस नेता महापौर बंगले के बाहर धरने पर बैठ गए। कांग्रेस नेताओं ने महापौर और निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब 1 घंटे इंतजार करने के बावजूद महापौर बाहर नही आई।

पुलिस सुरक्षा में महापौर आईं बाहर...

गुस्साए कांग्रेस नेताओं ने महापौर बंगले के बाहर ही मटके फोड़ना शुरू कर दिए। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस सुरक्षा में महापौर बंगले से बाहर निकली, लेकिन महापौर ने न तो प्रदर्शनकारियों की समस्या जानी और न ही कांग्रेस नेताओं से ज्ञापन लिया। महापौर अपनी कार में बैठ गई। कांग्रेस नेता महापौर की कार के आगे लेट गए। ऐसे में नाराज़ महापौर अपनी  गाड़ी में बैठ कर वहां से चली गयीं।

थाने का किया घेराव...   

जिसके बाद महापौर मीना जोनवाल अपने समर्थकों के साथ माधवनगर थाने पहुंची। जहां महापौर ने कांग्रेस नेताओं पर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस पर दबाव बनाया। लेकिन जब पुलिस ने महापौर की नहीं सुनी तो अपनी सरकार के खिलाफ ही महापौर ने पुलिस थाने का घेराव कर दिया। करीब 1 घंटे तक महापौर ने थाने का घेराव किया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।